दयानन्द पब्लिक स्कूल शिमला ने नवाज़े मेधावी; “गंगा एक तपस्या” नृत्य नाटिका उत्सव रहा आकर्षण का केंद्र

“गंगा एक तपस्या” नृत्य नाटिका के माध्यम से दिया संदेश

वार्षिकोत्सव में नवाजे 130 छात्र

शिमला: किसी भी विद्यालय में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह उसकी प्रगति का एक प्रतीक माना जाता है। विद्यालय के लिए इस समारोह का विशेष महत्व होता है। इसी के निमित्त दयानन्द पब्लिक स्कूल शिमला द्वारा विद्यालय के उच्च वर्ग का वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह का आयोजन हर्षोल्लास से किया गया। इस समारोह का मुख्य उद्देश्य विद्यालय में शैक्षणिक, खेलकूद व सहगामी गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित कर विद्यालय में अध्ययनरत सभी छात्रों में नई ऊर्जा, स्फूर्ति व चेतना का संचार करना था। कार्यक्रम में श्री आर सी जीवन CHAIRMAN, LMC Dayanand Public School, Shimla & LIFE MEMBER DAV ने बतौर मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ बी एस पठानिया सेवानिवृत्त डीन भाषा संकाय एवं विभागाध्यक्ष अंग्रेजी विभाग हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय उपस्थित रहे। विद्यालय के छात्रों तथा अभिभावकों ने कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति देकर कार्यक्रम की शोभा को बढ़ाया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। विद्यालय प्रधानाचार्या सहित सम्पूर्ण विद्यालय परिवार द्वारा मुख्य अतिथि का स्वागत किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में डी ए वी समुह गान किया गया। विद्यालय प्रधानाचार्या श्री मति अनुपम द्वारा स्मृति चिह्न देकर मुख्य अतिथि का स्वागत किया गया।

कार्यक्रम का प्रारम्भ स्वागत नृत्य से किया गया। उसके उपरांत विद्यालय प्रधानाचार्या श्री मति अनुपम द्वारा विद्यालय का वृत्त प्रस्तुत किया गया, जिसके अंतर्गत हर क्षेत्र में विद्यालय विकास व छात्रों के उत्कृष्ठ प्रदर्शन शैक्षणिक, खेलकूद व विभिन्न क्षेत्रों में छात्रों की उपलब्धियों की संक्षिप्त जानकारी प्रस्तुतीकरण के माध्यम से दी गई। विभिन्न क्षेत्रों में अव्वल रहे छात्रों को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए शैक्षणिक और विभिन्न सह पाठ्य संबंधी गतिविधियों के लिए लगभग 130 छात्रों को मेडल व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया 1

“गंगा एक तपस्या” नृत्य नाटिका कार्यक्रम में आकर्षण का केंद्र रहा। जिसमें विभिन्न कक्षाओं से लगभग 150 छात्रों ने मंचन किया । इस नृत्य नाटिका द्वारा माँ गंगा के धरती पर अवतरित होना, पृथ्वी को स्वर्ग तुल्य बनाना, पशु पक्षी, वनस्पति व सम्पूर्ण मानव जाति का फलना-फूलना दिखाया गया, वहीं कलयुग प्रारम्भ होते ही धरती पर हुए परिवर्तनों को भी दिखाया गया। अंत में नाटिका के माध्यम से एक संदेश भी दिया गया कि यदि इस धरा को आने वाली पीढ़ी के लिए रहने योग्य रखना है तो हमें इस हेतु आज से ही प्रयासरत रहना होगा।

कार्यक्रम की अंतिम कड़ी में मुख्यातिथि महोदय द्वारा छात्रों को संबोधित किया गया। उन्होंने दयानन्द पब्लिक स्कूल शिमला की शैक्षणिक क्षेत्र में बेहतरीन उपलब्धियों की प्रशंसा की। छात्रों द्वारा प्रस्तुत नृत्य नाटिका में जहाँ एक ओर पौराणिक कथा के माध्यम से माँ गंगा के अवतण को दिखाया गया वहीं दूसरी ओर हमें एक संकल्प लेने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि वार्षिक पारितोषिक वितरण छात्रों को किसी भी क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन की सराहना व सम्मानित करने का समारोह है। इस प्रकार के आयोजनों से छात्रों का मनोबल बढ़ता है और दूसरे छात्रों को भी प्रेरणा मिलती है। उन्होंने सभी पुरस्कृत छात्रों को आशीर्वाद देते हुए भविष्य में निरन्तर प्रयासरत रहने व अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर रहने का संदेश दिया। विद्यालय समन्वयक महोदया ने उपस्थित मंचासीन अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। सभी मंचासीन गणमान्य अतिथियों एवं अभिभावकों ने कार्यक्रम की भूरि- भूरि प्रशंसा की। राष्ट्रीय गान के साथ कार्यक्रम को विराम दिया गया।

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