धर्मशाला: आवारा कुत्ते का लगा नाखून, 2 साल के बच्चे की मौत

धर्मशाला: सिविल अस्पताल पालमपुर में इलाज न मिलने से दो साल पांच माह के बेटे यशमीत की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि पालमपुर अस्पताल में रेबीज का इंजेक्शन न मिलने से इलाज में देरी हुई। उपमंडल पंचरुखी की बंडू पंचायत के चथम्मी गांव के नरेश के बच्चे को 21 अप्रैल को मुंह पर आवारा कुत्ते ने खेलते समय नाखून लगा दिए थे। परिजनों का कहना है कि वे बच्चे को सिविल अस्पताल पालमपुर ले आए, लेकिन यहां पर एंटी रेबीज का इंजेक्शन उपलब्ध नहीं था। इसके बाद बच्चे को मेडिकल कॉलेज टांडा रेफर किया गया। टांडा मेडिकल कालेज से पीजीआइ रेफर किया गया। इसके बाद फिर टांडा अस्पताल में उपचार चला, लेकिन उपचार के दौरान रेबीज से बच्चे की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि अगर सही तरह से पालमपुर अस्पताल के चिकित्सक जागरूक करते तो आज बच्चा साथ होता।

मामला ध्यान में आया है। बच्चे को मल्टीपल इंजरी थी, मौके पर एंटी रेबीज वैक्सीन दी गई थी। घाव में लगाने वाला इंजेक्शन भी उपलब्ध था, लेकिन बच्चे को आंख में जख्म थे, इसलिए टांडा अस्पताल रेफर किया था ताकि समय पर टीका लगे व उपचार हो सके। अगर शिकायत आती है तो पूरे मामले की जांच करेंगे।

डॉ. मीनाक्षी गुप्ता, एमएस, सिविल अस्पताल पालमपुर।

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