शिमला : मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने छोटा शिमला में 20 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित पांच मंजिला पार्किंग एवं व्यावसायिक परिसर का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिमला शहर में यातायात के दबाव को कम करने के लिए टूटीकंडी और लिफ्ट के समीप दो और पार्किंगों का निर्माण करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पार्किंग से लोगों को काफी राहत मिलेगी और इसमें 400 वाहनों को पार्क करने की सुविधा है। उन्होंने कहा कि पार्किंग को प्रति दो वर्षों में 10 प्रतिशत वृद्धि के साथ 36 लाख रुपये के वार्षिक रियायती शुल्क के साथ 30 वर्षों की रियायती अवधि के लिए दी जाएगी।
इस अवसर पर एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी प्रकार की पार्किंग लिफ्ट के समीप कार्ट रोड़ पर तथा टूटीकंडी में निर्मित की जाएंगी, जिनमें क्रमशः 250 और 1000 वाहनों को खड़ा करने की क्षमता होगी। लिफ्ट के समीप शीघ्र ही सात मंजिला पार्किंग का निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिमला एक मशहूर एवं प्रसिद्ध पर्यटन गंतव्य होने के नाते सरकार पर्यटकों को सभी मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि शहर में समुचित यातायात प्रबन्धन प्रणाली के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी प्रकार की पार्किंग आईजीएमसी शिमला के समीप प्रस्तावित है और सभी पार्किंगों का निर्माण सार्वजनिक निजी सहभागिता से बूट आधार पर किया जाएगा।
नगर निगम शिमला के महापौर संजय चौहान ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। आयुर्वेद मंत्री कर्ण सिंह, मुख्य संसदीय सचिव नंद लाल और मनसा राम, विधायक मोहन लाल बराक्टा, राम कुमार व अनिरूद्ध सिंह, उप महापौर टिकेन्द्र पंवर, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष जेनब चंदेल, हि.प्र. पर्यटन विकास निगम के उपाध्यक्ष हरीश जनारथा, हिमुडा के उपाध्यक्ष यशवंत छाजटा, प्रदेश कांग्रेस समिति के सचिव हरभजन सिंह भज्जी, जिला कांग्रेस अध्यक्ष के.एस. खाची, पार्षद सुरेन्द्र चौहान, हि.प्र. पर्यटन विकास निगम निदेशकमण्डल के सदस्य सुरेन्द्र सेठी, हि.प्र. राज्य औद्योगिक विकास निगम निदेशकमण्डल के सदस्य प्रमोद शर्मा, पशुपालन निदेशकमण्डल के सदस्य राजेन्द्र ठाकुर, मुख्य सचिव पी.मित्रा, अतिरिक्त मुख्य सचिव मनीषा नंदा, हि.प्र. पर्यटन विकास निगम के प्रबन्ध निदेशक दिनेश मल्होत्रा भी अन्यों सहित इस अवसर पर उपस्थित थे।