पीईएसबी ने की एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के रूप में सुशील शर्मा की सिफारिश

सुशील शर्मा 1 अगस्त, 2020 से एसजेवीएन के निदेशक (परियोजनाएं) के रूप में कार्यरत हैं

हिमाचल प्रदेश में 1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्टेशन, 412 मेगावाट रामपुर जलविद्युत स्टेशन और उत्तराखंड में 60 मेगावाट नैटवाड़ मोरी जलविद्युत परियोजना जैसी प्रमुख परियोजनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है

जलविद्युत क्षेत्र में गहन अनुभव के साथ-साथ स्‍वच्‍छ नेतृत्व गुणों से युक्‍त  सुशील शर्मा एसजेवीएन को अभूतपूर्व वृद्धि और बृहत् विकास के नए युग में ले जाने हेतु प्रतिबद्ध हैं

शिमला: सार्वजनिक उद्यम चयन बोर्ड (पीईएसबी) द्वारा एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) पद के लिए सुशील शर्मा की सिफारिश की गई है।  वर्तमान में सुशील शर्मा एसजेवीएन में निदेशक (परियोजनाएं) के रूप में कार्यरत हैं।  सार्वजनिक उद्यम चयन बोर्ड (पीईएसबी) द्वारा दिनांक 8 अप्रैल को आयोजित एसजेवीएन के सीएमडी पद के लिए एक साक्षात्कार में कठिन चयन प्रक्रिया के पश्‍चात शामिल विभिन्न क्षेत्रों के नौ उम्मीदवारों की सूची, जिनमें एसजेवीएन से दो, भारतीय रेलवे से दो तथा एक-एक उम्मीदवार एनएचपीसी लिमिटेड, बीएसएनएल, पावर ग्रिड, गेल (इंडिया) लिमिटेड और पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड में से एसजेवीएन के सुशील शर्मा की सिफारिश की गई है।

सुशील शर्मा दिनांक 1 अगस्त, 2020 से एसजेवीएन के निदेशक (परियोजनाएं) के रूप में कार्यरत हैं। उल्लेखनीय रूप से, उन्होंने हिमाचल प्रदेश में 1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्टेशन, 412 मेगावाट रामपुर जलविद्युत स्टेशन और उत्तराखंड में 60 मेगावाट नैटवाड़ मोरी जलविद्युत परियोजना जैसी प्रमुख परियोजनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है,  जहां विद्युत स्टेशनों के सफल डिजाइन, निर्माण तथा कमीशनिंग में उनका योगदान महत्वपूर्ण रहा।  जलविद्युत क्षेत्र में गहन अनुभव के साथ-साथ स्‍वच्‍छ नेतृत्व गुणों से युक्‍त  सुशील शर्मा एसजेवीएन को अभूतपूर्व वृद्धि और बृहत् विकास के नए युग में ले जाने हेतु प्रतिबद्ध हैं।

विश्वेश्वरैया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नागपुर के पूर्व छात्र सुशील शर्मा ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में विशेषज्ञता के साथ इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की। उनके पास एसजेवीएन सहित विभिन्न संगठनों में 30 वर्षों से अधिक का समृद्ध और विविध अनुभव है।  उन्होंने 1990 में हि.प्र. राज्य तकनीकी शिक्षा सेवा से अपना कैरियर आरंभ किया। वह जनवरी, 1994 में सहायक अभियंता के रूप में एसजेवीएन में शामिल हुए।  इन वर्षों में, उन्होंने अनेक विभागों और परियोजनाओं में विभिन्‍न भूमिकाएँ निभाई हैं, और निरंतर बढ़ते उत्‍तरदायित्‍व वाले पदों पर कार्यरत रहे हैं।

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