एसजेवीएन ने किया तकनीकी परामर्शी सेवाएं प्रदान करने के लिए एनएचएआई के साथ एमओयू हस्‍ताक्षरित

समझौता ज्ञापन की प्राथमिकता तकनीकी परामर्शी सेवाओं में एसजेवीएन की विशेषज्ञता का उपयोग करना – सीएमडी नन्‍द लाल शर्मा

 शिमला:  एसजेवीएन अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्‍द लाल शर्मा ने बताया कि एसजेवीएन ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्‍ताक्षरित किया है। एनएचएआई के अध्यक्ष संतोष कुमार यादव और एसजेवीएन के निदेशक (परियोजनाएं),  सुशील शर्मा की उपस्थिति में आज नई दिल्ली में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।

एसजेवीएन अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्‍द लाल शर्मा

नन्‍द लाल शर्मा ने बताया कि इस समझौता ज्ञापन की प्राथमिकता तकनीकी परामर्शी सेवाओं में एसजेवीएन की विशेषज्ञता का उपयोग करना है। एसजेवीएन विभिन्न स्थानों विशेष रूप से एनएच-05 के परवाणु-सोलन-शिमला सेक्‍शन, कुल्लू मनाली राजमार्ग और हिमाचल प्रदेश में स्थित विभिन्न एनएचएआई  परियोजनाओं पर  ढलान संरक्षण कार्य की समीक्षा करेगी।

इसके अतिरिक्‍त, एसजेवीएन एनएचएआई की डिजाइन समीक्षा सेवाएं, समकक्ष  समीक्षा सेवाएं और डिजाइनों की तकनीकी समीक्षा प्रदान करेगा। कंपनी सक्रिय रूप से निर्माण कार्यों की निगरानी भी करेगी और आवश्यकतानुसार गुणवत्ता नियंत्रण परीक्षण और निर्माण पद्धतियों की सिफारिश करेगी।  एसजेवीएन द्वारा एनएचएआई को यह परामर्शी सेवा प्रारंभ में 24 माह  की अवधि के लिए प्रदान की जाएगी।

 शर्मा ने कहा, “इस महत्वपूर्ण साझेदारी से विशेषज्ञता एवं ज्ञान साझा करनेरिसोर्स ऑपटि‍माइजेशन तथा विदयुत और राजमार्ग क्षेत्रों के मध्‍य तालमेल को बढ़ावा मिलेगाजिससे अंततः संरचनात्‍मक विकास को बढ़ावा मिलेगा।”

 इस एमओयू पर एसजेवीएन के राजीव अग्रवाल, मुख्य महाप्रबंधक और एनएचएआई के  अमरेन्द्र कुमार, मुख्य महाप्रबंधक (टेक्नीकल) ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर, संरचनात्‍मक विकास को आगे बढ़ाने की दिशा में एक सहयोगात्मक यात्रा की शुरुआत के प्रतीक के रूप में एसजेवीएन और एनएचएआई के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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