- एसजेवीएन द्वारा वित्तीय वर्ष 2014-15 के लिए कुल 260.61 करोड़ रुपए का अंतरिम लाभांश घोषित
- 25.5% इक्विटी धारक हिमाचल प्रदेश सरकार को 66.47 करोड़ रुपए का अंतरिम लाभांश
- आम शेयर धारको को 26.14 करोड़ रुपए का अंतरिम लाभांश
- गत वर्ष कंपनी ने अदा किया था अपने शेयरधारकों को 434.35 करोड़ रुपए का लाभांश
- एसजेवीएन द्वारा नई दिल्ली में विद्युत मंत्रालय के केन्द्रीय राज्य मंत्री को लाभांश का चेक भेंट किया गया
- वित्तीय वर्ष 2015-16 के दौरान एसजेवीएन का 8520 मिलियन यूनिट के विद्युत उत्पादन का लक्ष्य : रमेश नारायण मिश्र
- अब तक झाकड़ी जलविद्युत स्टेशन, रामपुर जलविद्युत स्टेशन तथा खिरवीरे पवन ऊर्जा परियोजना से लगभग 9100 मिलियन यूनिट का उत्पादन
- जलविद्युत एसजेवीएन की मूलभूत शक्ति का आधार
- कंपनी कर रही है हिमाचल प्रदेश में भारत के सबसे बड़े 1500 मेगावाट के जलविद्युत स्टेशन का शानदार निष्पादन
- एसजेवीएन पहले ही पवन विद्युत, ताप विद्युत तथा विद्युत पारेषण में कर चुका है विविधीकरण
- एसजेवीएन वर्तमान में 2000 मेगावाट बिजली का कर रहा है उत्पादन
- उत्पादित विद्युत की बिक्री से संयुक्त रूप से 2224 करोड़ रुपए राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य
शिमला: सार्वजनिक क्षेत्र के एसजेवीएन लिमिटेड ने वर्ष 2015-16 के वार्षिक वित्तीय निष्पादन के लिए कंपनी की 64.5%
इक्विटी धारक भारत सरकार को 168 करोड़ रुपए का अंतरिम लाभांश अदा किया है। एसजेवीएन ने वित्तीय वर्ष 2014-15 के लिए कुल 260.61 करोड़ रुपए (63 पैसे प्रति शेयर की दर से) का अंतरिम लाभांश घोषित किया है। इस संदर्भ में 25.5% इक्विटी धारक हिमाचल प्रदेश सरकार को 66.47 करोड़ रुपए का अंतरिम लाभांश तथा आम शेयर धारकों को 26.14 करोड़ रुपए का अंतरिम लाभांश अदा किया गया। गत वर्ष कंपनी ने अपने शेयर धारकों को 434.35 करोड़ रुपए का लाभांश अदा किया था।
एसजेवीएन लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, रमेश नारायण मिश्र द्वारा नई दिल्ली में विद्युत मंत्रालय के केन्द्रीय राज्य मंत्री, पीयूष गोयल को लाभांश का चेक भेंट किया गया। इस अवसर पर निदेशक (वित्त) ए. एस. बिन्द्रा, निदेशक (कार्मिक) एन. एल. शर्मा, निदेशक (विद्युत) आर. के. बंसल, तथा एसजेवीएन के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। रमेश
नारायण मिश्र ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2015-16 के दौरान एसजेवीएन का ”सर्वोत्तम” मानदण्डों के तहत 8520 मिलियन यूनिट के विद्युत उत्पादन का लक्ष्य है तथा आज तक नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्टेशन, रामपुर जलविद्युत स्टेशन तथा खिरवीरे पवन ऊर्जा परियोजना से लगभग 9100 मिलियन यूनिट का उत्पादन किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त इन विद्युत स्टेशनों से उत्पादित विद्युत की बिक्री से संयुक्त रूप से 2224 करोड़ रुपए राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य है।
जलविद्युत एसजेवीएन की मूलभूत शक्ति का आधार है। कंपनी हिमाचल प्रदेश में भारत के सबसे बड़े 1500 मेगावाट के जलविद्युत स्टेशन का शानदार निष्पादन कर रही है। इसके अलावा कंपनी नेपाल, भूटान, अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, बिहार एवं गुजरात में 12 अन्य परियोजनाओं का निर्माण कर रही है। कंपनी की अन्य दो परियोजनाएं यानि हिमाचल प्रदेश में 412 मेगावाट की रामपुर जलविद्युत परियोजना तथा महाराष्ट्र में 47.6 मेगावाट की खिरवीरे पवन विद्युत परियोजना पहले से प्रचालनाधीन हैं। एसजेवीएन पहले ही पवन विद्युत, ताप विद्युत तथा विद्युत पारेषण में विविधीकरण कर चुका है और वर्तमान में 2000 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर रहा है।