सरकार और प्रशासन नशे से जुड़े मामलों में करे सख्त करवाई: प्रो.धूमल

पूर्व मुख्यमंत्री ने युवा पीढ़ी को नशे से बचाने को नशे के सौदागरों को सजाए मौत देने का किये आग्रह
पूर्व मुख्यमंत्री का बड़ा बयान प्रशासन यदि नशे के मामले में बरते कोताही तो वह देश के साथ गद्दारी के समान कृत्य
हमीरपुर में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रदेश में नशे के बढ़ते कदमों और कानून व्यवस्था पर जताई चिंता
प्रशासन और सरकार के सामने सबसे बड़ा काम नशे के बढ़ते कदमों को रोकना है

हमीरपुर :  हमीरपुर के परिधिगृह से सांसद भारत दर्शन योजना के तहत भारत भ्रमण पर जा रहे 21 लड़कों के दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने के उपरांत बुधवार को पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने प्रदेश में नशे के बढ़ते कदमों के ऊपर और कानून व्यवस्था के ऊपर चिंता व्यक्त करते हुए सरकार और प्रशासन को आग्रह किया है कि नशे से जुड़े मामलों में संलिप्त लोगों के ऊपर सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

तथाकथित नशे की ओवरडोज़ की वजह से हुई हमीरपुर के एनआईटी कॉलेज के छात्र की मौत के ऊपर पूछे गए सवाल के जवाब में चिंता व्यक्त करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत बड़ी दुर्घटना है। हमारे युवा पीढ़ी धीरे-धीरे इस अभिशाप के कारण समाप्त हो रही है। जब सृजन का वक्त होता है देश के निर्माण में उनकी जरूरत होती है तब यदि बच्चा नशेड हो जाए तो उनका अपना जीवन बर्बाद हो जाता है समाज को नुकसान होता है देश को नुकसान होता है। इसलिए मेरी सरकार से प्रशासन से समाज से और माता-पिता से यह अपील है कि वह बच्चों को नशेड होने से बचाएं। उन्हें सही मार्गदर्शन दें। उन्हें खेल के मैदान में भेजें। उन्हें ज्ञान वर्धक यात्राओं पर भेजें । उन्हें अच्छी शिक्षा अच्छे संस्कार ग्रहण करवाएं। नशे में जब एक बच्चा गिरफ्त में आता है तो उसके माता-पिता का जीवन वैसे ही समाप्त हो जाता है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में जिस तरह से नशा बढ़ रहा है वह आने वाले खतरे का संकेत है। प्रशासन के ध्यान में इस विषय को कई बार हम पहले भी ला चुके हैं कि सबसे बड़ा काम आज यदि प्रशासन व सरकार का है तो वह नशे के जाल को समाप्त करना है। यदि समाज को बचाना है युवा पीढ़ी को बचाना है तो नशे को खत्म करना पड़ेगा। यदि युवा पीढ़ी नशेड होगी तो ना अच्छा सिपाही मिलेगा ना अच्छा सैनिक मिलेगा ना अच्छा प्रशासन मिलेगा ना ही अच्छा नागरिक मिलेगा। राष्ट्र निर्माण के लिए सबसे बड़ा काम आज की युवा पीढ़ी को नशे से बचाना है। प्रशासन के कंधों पर बहुत बड़ा जिम्मा है एनआईटी में हुई इस दुर्घटना के बाद प्रशासन द्वारा यह कहा गया कि कुछ घंटे के बाद ही कुछ आरोपियों को पकड़ा गया है इसका मतलब प्रशासन की नजर में पहले से यह लोग थे तो दुर्घटना होने का इंतजार ही क्यों किया जा रहा था इनको पहले क्यों नहीं पकड़ा गया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सरकार से भी यह आग्रह करते हैं कि सख़्ती के साथ नशे के सौदागरों के ऊपर कार्रवाई करें और समाज भी उनका सहयोग करेगा। मिलजुल के ही इस अभिशाप का समाज से खात्मा संभव है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह कई दिन से नशों से जुड़े मामलों पर नजर रख रहे हैं। ऐसे मामलों में जब प्रदेश में कार्रवाई की जाती है तो जो बरामदी प्रशासन द्वारा ऐसे नशे के सौदागरों से दिखाई जाती है वह इतनी कम मात्रा में दिखाई जाती है की बाद में कोई गंभीर मुकदमा ऐसे लोगों पर ना चल सके। मैं सरकार से आग्रह करूंगा की सख्त से सख्त कानून इन मामलों में बनना चाहिए पहले से बने इस कानून में अगर कोई संशोधन की आवयश्कता है तो वह होना चाहिए और नशों के मामले में संलिप्त होने पर आरोपियों को सीधी सजा मौत होनी चाहिए। ऐसा कानून जब तक हम नहीं बनाएंगे तब तक इस बीमारी का समाज से अंत नहीं हो पाएगा समाज को और प्रशासन को जागरूक होना पड़ेगा और साथ मिलकर इसे बीमारी को जड़ से उखाड़ कर फेंकना होगा समाज में यदि किसी को पता चलता है कोई इन मामलों में संयुक्त है तो उसकी जानकारी प्रशासन को उपलब्ध करवानी चाहिए और प्रशासन को भी इन मामलों में सख्त सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और यदि प्रशासन इन मामलों में किसी भी प्रकार की कोई कोताही बरतता है तो वह सीधे-सीधे देश के साथ गद्दारी कर रहा है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमीरपुर के लोकप्रिय सांसद एवं केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर का धन्यवाद व्यक्त करते हैं जिन्होंने आज से 4 साल पहले खेल महाकुंभ शुरू करके यह प्रयास किये थे कि युवाओं को कैसे नशों से दूर रखकर खेलों के मैदान से जोड़ा जाए। सारे देश में इसको अपनाया गया है प्रधानमंत्री ने स्वयं इस तरह के आयोजन का उद्घाटन किया है ताकि बच्चे खेल की मैदान की तरफ आकर्षित हों। खेलों की तरफ आकर्षित हो और नशे की गिरफ्त से बचे रहें। भारत दर्शन के लिए लेकर जाना और उनके ज्ञान वृद्धि करना यह भी एक ऐसा ही प्रयास है ताकि वह सही दिशा में आगे बढ़े जीवन में सफल हों और नशे से बचे रहें।

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