मुख्यमंत्री ने की भोरंज में चैंथ खड्ड के तटीकरण की घोषणा

शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने क्षेत्र के लोगों की मांग पर चैंथ खड्ड के 12 किलोमीटर के तटीकरण की घोषणा की। उन्होंने कहा कि तटीकरण के लिए इस वर्ष जनवरी माह में 4.32 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की जा चुकी है, और भविष्य में भी इसके लिए धन की कोई समस्या नहीं होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने तथा उनके कौशल उन्नयन के लिए राज्य सरकार ने 500 करोड़ रुपये की कौशल विकास भत्ता योजना आरम्भ की है। इस योजना के अन्तर्गत बेरोजगार युवाओं को 1000 रुपये तथा विशेष रूप से सक्षम युवाओं को 1500 रुपये प्रतिमाह कौशल विकास भत्ता प्रदान किया जा रहा है। इस योजना के अन्तर्गत अभी तक 1,07,887 युवाओं को लाभान्वित किया जा चुका है।

वीरभद्र सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में अभूतपूर्व तरक्की हुई है और यह इस बात से प्रमाणित होता है कि प्रदेश के अस्तित्व में आने के समय यहां केवल छह गांवों में बिजली की सुविधा थी और आज, राज्य के 100 प्रतिशत गांवों का विद्युतीकरण किया जा चुका है। वर्ष 1948 के दौरान राज्य की प्रति व्यक्ति आय केवल 240 रुपये थी, जो आज बढ़कर 1,04,943 रुपये हो गई है। प्रदेश ने शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से विकास किया है। प्रदेश में 15,543 पाठशालाओं के अतिरिक्त, 94 महाविद्यालय बच्चों की शिक्षा की ज़रूरतों को पूरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार वर्तमान शिक्षण संस्थानों को सुदृढ़ करने के साथ-साथ आवश्यकतानुसार शिक्षण संस्थान खोलने के प्रयास कर रही है।

मुख्यमंत्री ने नवनिर्वाचित पंचायती राज प्रतिनिधियों को बधाई देते हुए कहा कि यह गौरव की बात है कि पंचायतों और शहरी निकायों के चुनावों में उच्च पदों पर अधिकांश महिला उम्मीदवार काबिज हुई हैं। उन्होंने प्रतिनिधियों का क्षेत्र विकास और लोगों के कल्याण के लिए ईमानदारी से कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में पिछले तीन वर्षों के दौरान राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में 994 पाठशालाओं को खोला अथवा स्तरोन्नत किया गया है और 25 नए डिग्री काॅलेज खोले गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राजकीय पाठशालाओं और केन्द्रीय विद्यालयों के विद्यार्थियों को परिवहन निगम की बसों में निःशुल्क यात्रा सुविधा प्रदान की जा रही है। राजीव गांधी डिजिटल योजना के अन्तर्गत वर्तमान वित्त वर्ष के दौरान 10वीं तथा 12वीं कक्षाओं के 10 हजार मेधावी छात्र-छात्राओं को नेटबुक्स प्रदान की जा रही हैं। वीरभद्र सिंह ने कहा कि ऊना जिले में भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, मण्डी में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान तथा सिरमौर जिले में भारतीय प्रबन्धन संस्थान खोले गए हैं। इसके अतिरिक्त, बिलासपुर में एम्ज की स्थापना की जा रही है, जबकि हमीरपुर, चम्बा और नाहन में तीन मेडिकल काॅलेज खोले जा रहे हैं, जिनमें प्रत्येक के लिए 190 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया है।

हि.प्र. कृषि उत्पाद विपणन समिति हमीरपुर के अध्यक्ष प्रेम कौशल ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा उनके समक्ष क्षेत्र की मांगें रखी। उन्होंने मुख्यमंत्री का भोरंज क्षेत्र में 27.50 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के लोकार्पण के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने चैंथ खड्ड के तटीकरण की मांग के अतिरिक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भोरंज के सुदृढ़ीकरण व विस्तार, चंबोह में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, भोरंज में उप- मंडलीय पुलिस अधिकारी कार्यालय और राजस्व विभाग के स्टाफ के लिए आवासीय सुविधा तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भरेड़ी में परीक्षा भवन की मांग भी की। उन्होंने इस अवसर पर प्रदेश सरकार द्वारा क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों की जानकारी भी दी।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ईमानदारी और सादगी की एक मिसाल हैं, लेकिन कुछ राजनीतिक विरोधी उनकी सत्यनिष्ठा व ईमानदारी को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं। कौशल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री धूमल ने हमेशा ही भोरंज के साथ सौतेला व्यवहार किया है। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग मंडल, जो भोरंज में खोला जाना था, को टौणी देवी में खोला गया है। हमारी तहसील के अहम् भाग और पटवार सर्कल को टौणी देवी खंड के साथ जोड़ा गया है।

राज्य स्तरीय शिकायत निवारण समिति एवं अनुसूचित जाति कल्याण बोर्ड के सदस्य श्री रमेश डोगरा ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा क्षेत्र की मांगे रखी। उन्होंने अन्य वक्ताओं सहित क्षेत्र में चैंथ नाले के तटीकरण की मांग भी रखी।

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