सोलन: कंडाघाट में स्वयं सहायता समूह उत्पादों की बिक्री के लिए स्थाई मंच उपलब्ध

ग्रामीण आर्थिकी में स्वयं सहायता समूहों की महत्वपूर्ण भूमिका – डाॅ. शांडिल

सोलन: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री कर्नल डाॅ. धनीराम शांडिल ने कहा कि कण्डाघाट खण्ड के स्वयं सहायता समूहों को अब अपने तैयार उत्पादों के विक्रय के लिए बेहतर मंच उपलब्ध होगा। अब इन स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की बिक्री प्रत्येक माह के प्रथम मंगलवार को मिनी सचिवालय कण्डाघाट के प्रांगण में होगी। डाॅ. शांडिल आज सोलन ज़िला के कण्डाघाट के मिनी सचिवालय में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की प्रदर्शनी एवं बिक्री केन्द्र का शुभारम्भ करने के उपरांत उपस्थित स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को सम्बोधित कर रहे थे।
यह प्रदर्शनी एवं बिक्री केन्द्र उपमण्डलाधिकारी नागरिक एवं विकास खण्ड अधिकारी कण्डाघाट के संयुक्त तत्वाधान में कार्य करेगा।
डाॅ. शांडिल ने कहा कि अब राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत कण्डाघाट खण्ड के स्वयं सहायता समूहों को अपने बेहतर उत्पाद प्रदर्शित करने और विक्रय करने के लिए स्थाई स्थान उपलब्ध करवा दिया गया है। उन्होंने कहा कि मिनी सचिवालय कण्डाघाट के प्रांगण में स्वयं सहायता समूह अपने उत्पाद प्रत्येक माह के प्रथम मंगलवार को विक्रय कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि यदि किसी मंगलवार को अवकाश है तो स्वयं सहायता समूह अगले दिन अर्थात बुधवार को अपने उत्पादों का विक्रय कर सकते हैं।
डाॅ. शांडिल ने कहा कि ग्रामीण आर्थिकी में स्वयं सहायता समूहों की महत्वपूर्ण भूमिका है। इनके माध्यम से जहां महिलाओं को अपना पारम्परिक हुनर दिखाने का अवसर मिलता है वहीं उनकी आर्थिकी भी मज़बूत होती है। उन्होंने कहा कि ज़िला प्रशासन की इस पहल से ग्रामीण महिलाओं को स्वरोज़गार के अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर रोज़गार उपलब्ध होने से जहां ग्रामीण आर्थिकी सुदृढ़ होगी वहीं ग्रामीणों को रोज़गार के लिए शहरों की ओर पलायन नहीं करना पड़ेगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भविष्य में स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से और अधिक महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कार्य किया जाएगा। प्रदेश सरकार इस दिशा में सतत् प्रयत्नशील है।
उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा स्थानीय उत्पादों से बनाए गए व्यंजन स्वास्थ्य की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इस पहल से जहां स्थानीय व्यंजन आम जनता तक पहुंचते है वहीं इसके स्वास्थ्य लाभ भी लोगों को मिलते है।
श्रम एवं रोज़गार मंत्री ने इस अवसर पर प्रदर्शित उत्पादों में गहरी रूचि दिखाई और उत्पादों के सम्बन्ध में महिलाओं से जानकारी उपलब्ध की।
उन्होंने इस अवसर पर लोगों की समस्याएं सुनी और सम्बन्धित अधिकारियों को इनके निपटारे के निर्देश भी दिए।

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