आपदा में कर रही है कांग्रेस दुर्भावना से काम, सिर्फ़ अपने चहेते कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की मशीनें लगा रही है – जयराम ठाकुर

कांग्रेस से जुड़े लोगों को ही आपदा में काम दिये जाने का सरकार ने अधिकारियों को दिया हैं निर्देश : जयराम ठाकुर

सरकार की मंशा है कि आम लोग और अन्य पार्टी से संबंध रखने वाले लोगों को ना मिले कोई काम

सरकार की इस मनमानी कि वजह से आपदा राहत के काम में नहीं आ रही है तेज़ी

सरकार द्वारा अपना पराया करने से लोग हो रहे हैं परेशान, किसानों और बाग़वानों की फसल हो रही है बर्बाद 

754 करोड़ आपदा राहत के लिए, 400 करोड़ सीआरएफ़, 2700 करोड़ पीएमजीएसवाई, 6000 पीएमएवाई के घर क्या नहीं हैं केंद्रीय सहयोग?

 शिमला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए कहा कि आपदा के इस संवेदनशील मौक़े पर भी राजनैतिक दुर्भावना से काम कर रही है। फ़ील्ड में तैनात अधिकारियों को सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि आपदा में राहत के लिए किए जा रहे काम को सिर्फ़ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को ही दिये जाए। आम लोग, बीजेपी और अन्य पार्टी से जुड़े लोगों को इस आपदा में किसी प्रकार का काम नहीं दिया जाए। सरकार की इस दुर्भावना की वजह से राहत बचाव का काम गति नहीं पकड़ रहा है। जिसका ख़ामियाज़ा आम लोगों को उठाना पड़ रहा है। सरकार आपदा में अपना-पराया करने की यह राजनीति बंद करे और सिर्फ़ आपदा राहत और जल्दी से जल्दी सड़कें खोलने पर ध्यान दें। 

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस आपदा में जहां सरकार का काम जल्दी से जल्दी सड़के बहाल करना था, उस जगह पर वह अपना पराया कर रही है। सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि आपदा में किसी भी काम में सिर्फ़ कांग्रेस पार्टी से संबंध रखने वाले लोगों को ही दिया जाए। इस आपदा से निपटने में ज़्यादा से ज़्यादा श्रम शक्ति और मशीनरी की आवश्यकता है लेकिन सरकार का निर्देश इससे उल्टा है कि आम लोगों समेत बीजेपी और अन्य पार्टी के कार्यकर्ताओं को कोई काम न दिए जाने के कारण और न ही उनकी मशीनें लगाई जाए। इस कारण सड़कें खोलने की रफ़्तार धीमी हुई है और लोग मजबूर होकर चंदा इकट्ठा करके प्राइवेट मशीनें लगवाकर सड़कें खुलवा रहे हैं। आपदा के मौक़े पर इस तरह का रवैया बहुत ही अशोभनीय है। उन्होंने कहा कि अब बातें करने का नहीं काम करने का समय है। 

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अब 100 किलोमीटर में इक-दो मशीनें लगाने से काम नहीं चलेगा। अब  सड़कें खोलने का काम युद्ध स्तर पर हो। जिस गति से इस समय सरकार काम कर रही है, उस हिसाब से सभी सड़कें खोलने में कई महीनें लग जाएंगे। उन्होंने कहा अगर स्थानीय लोग ने चंदा इकट्ठा करके अपनी सड़कें सही करेंगे तो फिर सरकार क्या कर रही है। जब आम आदमी को सड़क सही करने के लिए मशीनें मिल रही हैं तो सरकार इन मशीनों को काम पर क्यों नहीं लगा रही है। क्यों सिर्फ़ चुनिंदा लोगों को ही काम दिया जा रहा है जबकि इस समय बिना अपना पराया किए सड़कें खोलने को प्राथमिकता देनी थी। सरकार को इन सवालों का जवाब देना होगा। 

नेता प्रतिपक्ष ने कांग्रेस के नेताओं से पूछा कि जो लोग कहते हैं कि केंद्र सरकार ने कुछ नहीं दिया, वह ये बताएं कि केंद्र द्वारा चार किश्तों में  करोड़ आपदा राहत के लिए भेजे गये 754 करोड़ रुपये क्या हैं। केंद्र द्वारा सीआरएफ़ के तहत सड़कों की मरम्मत के लिए दिये गए 400 करोड़ रुपये क्या हैं। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत इस महीने केंद्र सरकार द्वारा दिये गये  2700 क्या हैं। केंद्र सरकार द्वारा पीएम आवास योजना के तहत आपदा प्रभावितों को 6000घरों की मंज़ूरी दिये जाना क्या है। उन्होंने कहा कि आपदा में लोगों तक जो पहुंचा है, वह केंद्र द्वारा भेजा गया है। राज्य सरकार को जवाब देना चाहिए कि उन्होंने आपदा प्रभावितों को क्या दिया है।

  

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