एसजेवीएन ने असम में किया 320 मेगावाट की सौर परियोजनाओं के लिए अवार्ड – सीएमडी नंदलाल शर्मा 

सीएमडी नंदलाल शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि-एसजेवीएन ने एपीडीसीएल की तीन अलग-अलग टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धी बोली निविदाओं में 50 मेगावाट, 70 मेगावाट और 200 मेगावाट की सौर परियोजनाओं के लिए लिया भाग 

इसमें से 50 मेगावाट और 70 मेगावाट की सौर परियोजनाओं को 3.92 रूपए प्रति यूनिट के टैरिफ पर आबंटित किया गया है और इसे सोलर पार्क श्रेणी के तहत किया जाना है  विकसित 

सभी परियोजनाओं को एसजेवीएन द्वारा अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली अधीनस्‍थ कंपनी एसजीईएल के माध्यम से बिल्ड ओन एंड ऑपरेट आधार पर किया जाएगा विकसित 

 शिमला: एसजेवीएन  अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्‍द लाल शर्मा  ने अवगत करवाया कि एसजेवीएन ने असम पावर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (एपीडीसीएल) से 320 मेगावाट संचयी क्षमता की तीन सौर परियोजनाओं को निष्पादित करने के लिए अलग-अलग अवार्ड पत्र प्राप्त किए हैं।

नन्‍द लाल शर्मा ने बताया कि एसजेवीएन ने एपीडीसीएल की तीन अलग-अलग टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धी बोली निविदाओं में 50 मेगावाट, 70 मेगावाट और 200 मेगावाट की सौर परियोजनाओं के लिए भाग लिया। इसमें से 50 मेगावाट और 70 मेगावाट की सौर परियोजनाओं को 3.92 रूपए प्रति यूनिट के टैरिफ पर आबंटित किया गया है और इसे सोलर पार्क श्रेणी के अंतर्गत विकसित किया जाना है। 200 मेगावाट क्षमता की तीसरी सौर परियोजना को 3.90 रुपए प्रति यूनिट के टैरिफ पर आबंटित किया गया है और इसे असम राज्‍य में कहीं पर भी विकसित किया जाना है। इन सभी परियोजनाओं को एसजेवीएन द्वारा अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली अधीनस्‍थ कंपनी एसजीईएल के माध्यम से बिल्ड ओन एंड ऑपरेट आधार पर विकसित किया जाएगा।

शर्मा ने आगे बताया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष के दौरान, एसजेवीएन का सौर एवं पवन परियोजना पोर्टफोलियो 5 गीगावॉट तक पहुंच गया है। यह हमारे “वर्ष 2026 तक 12000 मेगावाट के मिशन’  और वर्ष 2030 तक 25000 मेगावाट और वर्ष 2040 तक 50000 मेगावाट”  के साझा विजन को हासिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

नन्‍द लाल शर्मा ने परियोजनाओं के लाभों पर प्रकाश डालते हुए  कहा कि इन परियोजनाओं से प्रथम वर्ष में 628 मिलियन यूनिट हरित ऊर्जा के उत्‍पादन की संभावना है और 25 वर्षों की अवधि में संचयी ऊर्जा उत्पादन लगभग 14,591 मिलियन यूनिट होगा। देश के’ वर्ष 2070 तक नेट ज़ीरो’ लक्ष्य में योगदान करते हुए, परियोजनाओं की कमीशनिंग होने पर 7.14 लाख टन कार्बन उत्सर्जन कम होने की संभावना है। इन परियोजनाओं पर 1900 करोड़ रुपए का निवेश होने का अनुमान है जो राज्य के समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान देगा।

320 मेगावाट की संचयी क्षमता वाली ये तीन परियोजनाएं विद्युत खरीद करारों (पीपीए) पर हस्ताक्षर होने से 18 माह की अवधि में कमीशन हो जाएंगी और इनके मार्च 2025 तक कमीशन होने की संभावना है। एपीडीसीएल के साथ 25 वर्षों के लिए पीपीए पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।

इससे पहले, एसजेवीएन ने एक संयुक्त उपक्रम कंपनी को स्‍थापित करके राज्य में 1000 मेगावाट की फ्लोटिंग सौर ऊर्जा परियोजनाओं को विकसित करने के लिए एपीडीसीएल के साथ एक एमओयू पर भी हस्ताक्षर किए हैं । एसजेवीएन असम की प्रगति और राज्य में हरित ऊर्जा के विकास में एक प्रमुख भागीदार बनने का इच्छुक है।

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