हिमाचल: प्रदेश में भारी के अलर्ट के बीच शिमला रोहड़ू में कलोटी खड्ड में बादल फटने से चिड़गांव तहसील के लैला में दादा-दादी और पोता ढाबे समेत बह गए। जगोटी गांव के रोशन लाल पत्नी भागा देवी के साथ ढाबा चलाते थे। शुक्रवार रात को उनका पोता कार्तिक भी उनके साथ था। भागा देवी व रोशन लाल का शव बरामद कर लिया गया है। रोहड़ू की डिस्वाणी पंचायत के ऊपरी क्षेत्र में शनिवार तड़के तीन बजे बादल फट गया। लैला नाला में बाढ़ आने से साथ लगते क्षेत्र जगोठी गांव निवासी एवं यहां ढाबा चलाने वाले रोशन लाल, उनकी पत्नी भागा देवी व उनका इकलौता पोता कार्तिक बह गए। शाम को चार किलोमीटर दूर पब्बर नदी के किनारे सीमा गांव के पास रोशन लाल व भागा देवी का शव मिल गया है, पोता लापता है। करीब 12 गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है।
वहीं शिमला के कोटखाई उपमंडल की बागडुमैहर पंचायत के पुजाली गांव में शुक्रवार देर रात भूस्खलन के बाद मलबा दीवार को तोड़कर शेड में घुसने से नेपाली दंपती की मौत हो गई। सुबह ग्रामीणों ने मलबे में दबे भीम बहादुर (55) और उनकी पत्नी शीला देवी (60) के शव निकाले। कुल्लू जिले की गड़सा घाटी में भलाण-1 पंचायत में बादल फटने से नाले में आई बाढ़ से प्रशासन ने 30 घर खाली करवाए।
कुमारसैन बाजार में पानी व मलबा आने से काफी नुकसान हुआ है। कोटखाई अस्पताल की निचली मंजिल में पानी भर गया।
सिरमौर जिला के तहत नाहन-कुमारहट्टी-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर हाथी की कब्र के पास राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) के किनारे पार्क दो गाड़ियां भूमि धंसने से खाई में जा पहुंचीं।
वहीं, नाहन-रानीताल के समीप जमीन धंसने से एक कार उसमें समा गई। पांवटा साहिब उपमंडल के तहत कोटड़ी ब्यास स्कूल में खड्ड का पानी घुस गया। शिलाई, संगड़ाह, पच्छाद व राजगढ़ उपमंडलों में शनिवार को स्कूलों में छुट्टी करनी पड़ी।
शनिवार को कांगड़ा जिले के गगल स्थित हवाई अड्डे पर कोई विमान नहीं आया।
कुल्लू जिले के भुंतर स्थित हवाई अड्डे पर भी आज कोई विमान नहीं आया। हिमाचल में बाढ़ व भूस्खलन के कारण अभी तक 610 सड़कों पर यातायात बहाल नहीं पाया है।