एसजेवीएन निदेशक (कार्मिक) गीता कपूर ने किया चतुर्थ “दृष्टि कॉन्क्लेव” का उद्घाटन

शिमला : एसजेवीएन अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्‍द लाल शर्मा  के दूरदर्शी नेतृत्‍व में उत्‍कृष्‍ट   विचार को वास्तविकता में परिवर्तित करने के लिए सभी कर्मचारियों को वर्ष 2040 तक 50000 मेगावाट की कंपनी बनने के साझा विजन को संप्रेषित करने और इस विजन को प्राप्त करने के लिए प्रयासों को तीव्र करने हेतु दृष्टि कॉन्क्लेव को डिज़ाइन किया गया है।

गीता कपूर,  निदेशक (कार्मिक),  एसजेवीएन  ने अखिलेश्वर सिंह, निदेशक (वित्त) एसजेवीएन की गरिमामयी उपस्थिति में कुफरी, शिमला में दृष्टि पहल के अंतर्गत आयोजित होने वाले चतुर्थ कॉन्क्लेव का उद्घाटन किया। इस अवसर पर नामित कर्मियों सहित वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। इस कॉन्क्लेव के साथ अब प्रत्येक एसजेवीएनाइट इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग ले चुका है।

कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए गीता कपूर ने कहा कि दृष्टि को इस तरह से तैयार किया गया है कि प्रत्येक एसजेवीएनाइट अपने कार्यों और विचारों में साझा विजन को प्राप्त करने की भावना सृजित हो सके। यह एसजेवीएनाइट को वर्ष 2030 तक 25000 मेगावाट और 2040 तक 50000 मेगावाट की कंपनी बनने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूर्ण सामंजस्य के साथ काम करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। इस पहल का उद्देश्य कंपनी को सफलता के नए शिखर पर ले जाते हुए आगामी चुनौतियों एवं अवसरों के लिए कार्मिकों को प्रेरित करना भी है।

कपूर ने आगे कहा कि दृष्टि के अंतर्गत इस प्रकार के कार्यक्रम और सम्मेलन हमारे साझा विजन तक पहुंचने के लिए सीखने एवं नवाचार का सही मेल है। इस पहल के अंतर्गत  30 प्रशिक्षण कार्यक्रम पहले ही आयोजित किए जा चुके हैं, जबकि यह श्रृंखला का चतुर्थ  कॉन्क्लेव है।

गीता कपूर ने अवगत करवाया कि एसजेएवीनाइट की दृढ एवं अथक प्रयासों से एसजेवीएन आगे बढ़ रहा है। वर्तमान में , एसजेवीएन के पास 54,327 मेगावाट का परियोजना पोर्टफोलियो है, जिसमें 2,091 मेगावाट प्रचालन में है, जबकि शेष विकास के विभिन्न चरणों में है।

इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम एक उत्कृष्ट दक्षता निर्माण के रूप में काम करते हैं जहां कर्मचारी एक साथ आते हैं और साझा विजन प्राप्त करने में आने वाली नई चुनौतियों एवं  अवसरों पर विचार-विमर्श, मूल्यांकन तथा उनका समाधान करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह जागरूकता उन्हें अपनी क्षमताओं की वृद्धि में सहायता करती है और उनके मध्‍य टीम भावना को बढ़ावा देती है।

कॉन्क्लेव के दौरान अनुराग ऋषि के माध्‍यम से नामित कर्मियों के लिए एक प्रेरणा सत्र भी आयोजित किया गया, उन्‍होंने उपस्थित कर्मियों को एसजेवीएन के विजन के साथ सामंजस्‍य  बनाकर कड़ी मेहनत करने एवं उनकी अचेतन क्षमता का दोहन करने के लिए प्रेरित किया।  अनुराग ऋषि को भारत के सर्वश्रेष्ठ प्रेरक वक्ताओं में से एक माना जाता है। उन्होंने अपने ज्ञानवर्धक भाषणों, कार्यशालाओं और प्रेरक सेमिनारों से लाखों लोगों को प्रेरित किया है।

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