मुख्यमंत्री ने की फिजुल खर्ची रोककर प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने की पहल – बलदेव ठाकुर

भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री सुक्खविन्दर सुक्खू को माने रोल माडल

शिमला:  हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव बलदेव ठाकुर ने आज यहां जारी प्रैस ब्यान में कहा कि देश में जिन प्रदेशों में भाजपा की सरकारें है वहां के मुख्यमंत्रीयों को भी हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुक्खविंदर सिंह सुक्खू से सबक लेकर उनको अपना रोल माडल मानना चाहिए ताकि भारतवर्ष का हर प्रदेश आत्मनिर्भर बन सके।

बलदेव ठाकुर ने कहा कि जिस तरह से हिमाचल के मुख्यमंत्री सुक्खविंदर सिंह सुक्खू ने अपने शुरूआती कार्यकाल में ही समाज के हर वर्ग को मूलभूत सुविधाएं देने के साथ-साथ प्रदेश में उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों का इस्तेमाल कर और फिजुल खर्ची रोककर प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने की पहल की है वो पूरे भारतवर्ष के लिए एक मिसाल बन चुकी है।

उन्होनें कहा कि सरकारी कर्मचारी काफी लम्बे समय से एन॰ पी॰ एस॰ की जगह ओ॰ पी॰ एस॰ की मांग कर रहे थे और पिछली भाजपा सरकार के तत्कालीन मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ओ॰ पी॰ एस॰ लागू करने के लिए अपने हाथ खड़े कर चुके थे और केन्द्र सरकार के नेता भी प्रदेश में आकर ये ब्यान दे रहे थे कि पूरे भारतवर्ष में कहीं भी ओ॰ पी॰ एस॰ शुरू करना नामूमकिम है। किन्तु जैसे ही सुक्खविंदर सुक्खू ने प्रदेश सरकार की बागडोर संभाली अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति का परिचय देते हुए ओ॰ पी॰ एस॰ को बहाल कर दिया। हालांकि ओ॰ पी॰ एस॰ की बहाली से पहले केन्द्रीय भाजपा सरकार के कई मंत्री सुक्खू सरकार को केन्द्रीय मदद जो हर प्रदेश को दी जाती है उसको रोकने की धमकियां देने लगें। किन्तु हिमाचल प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री सुक्खविंदर सुक्खू ने शुरू में बिल्कुल साफ कर दिया कि किसी भी प्रदेश का मूलभूत विकास वहां के कर्मचारियों और अधिकारियों पर निर्भर करता है और कर्मचारी और अधिकारी सरकार रूपी गाड़ी के इंजन होते है। और बिना इंजन के गाड़ी चलना संभव नहीं होती और प्रदेश के कर्मचारी और अधिकारियों और आम जनता के हितों की रक्षा करना उनका पहला दायित्व है।

बलदेव ठाकुर ने कहा कि जिस तरह पूर्व की भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री हर महीने कटोरा लेकर केन्द्र सरकार के पास कर्जा लेने पहुंच जाते और प्रदेश के संसाधनों का और केन्द्र से लिए कर्जे का इस्तेमाल विकास की जगह अपने तथा मंत्रियों और भाजपा नेताओं के ऐशों आराम पर खर्च करते आए हैं उसका नतीजा कि जिस दिन प्रदेश की जनता ने भाजपा सरकार को बाहर का रास्ता दिखाया उस समय प्रदेश पर 75000 रूपये का कर्जा चढ़ चुका था और आज स्थिति है कि प्रदेश का हर व्यक्ति लगभग 92000 रूपये के कर्जे के नीचे दबा हुआ है और इसके विपरित सुखविंदर सुक्खू जैसे ही मुख्यमंत्री बने उन्होंने पहले दिन से ही प्रदेश को कर्जे पर न चलाने के संकेत दे दिए और साफ कर दिया कि अगले चार वर्षों में हम प्रदेश की पटरी से उतर चुकी अर्थव्यवस्था को सही रास्ते पर लाकर प्रदेश को आत्मनिर्भर बना देंगें और प्रदेश केन्द्र सरकार या अन्य वित्तिय एजेंसियों के रहमों कर्म पर नहीं बल्कि अपनी कमाई पर चलने वाला पहला प्रदेश माना जाएगा। बलदेव ठाकुर ने कहा कि सुक्खू द्वारा पहल का नतीजा लगातार सामने आ रहा है और पिछले दो महीनों से हिमाचल प्रदेश से रिकार्ड 5007 करोड़ रूपये का राजस्व एकत्र हुआ है जिसमें की लगभग पिछले राजस्व से 13 प्रतिशत की रिकार्ड वृद्धि हुई है और इसके साथ ही 1.85 लाख ई-वे बिलों के सत्यापन से लगभग 92 लाख रूपये जुर्माने से जुटाए गए है और प्रदेश की जनता अब ये मानना शुरू कर चुकी है कि हमारा प्रदेश अब कर्जे पर नहीं बल्कि आत्मनिर्भरता पर चलेगा।

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