माउंटेन लिटरेचर की खोज: शूलिनी विश्वविद्यालय में सत्र आयोजित
माउंटेन लिटरेचर की खोज: शूलिनी विश्वविद्यालय में सत्र आयोजित
सोलन: शूलिनी यूनिवर्सिटी में बेलेट्रिस्टिक लिटरेचर सोसाइटी ने “माउंटेन लिटरेचर: ए मल्टी-थमैटिक एनालिसिस एंड एक्सप्लोरेशन ऑफ एसआर हरनोट्स स्टोरीज” पर एक सत्र आयोजित किया। सत्र की वक्ता डॉ. अभियुदिता गौतम थीं, जिन्होंने पहाड़ों से प्रेरित साहित्य की जटिलताओं में तल्लीन होकर इस विधा की गहन खोज की पेशकश की। पर्वतीय साहित्य के क्षेत्र में एक मान्यता प्राप्त विशेषज्ञ डॉ. गौतम सत्र में ज्ञान और विशेषज्ञता की बात की।
डॉ. पूर्णिमा बाली हेड चित्रकूट स्कूल ऑफ़ लिबरल आर्ट्स ने बेलेट्रिस्टिक का संक्षिप्त परिचय दिया और अतिथि का परिचय भी दिया। डॉ. गौतम ने माउंटेन लिटरेचर: ए मल्टी-थमैटिक एनालिसिस एंड एक्सप्लोरेशन ऑफ एसआर हरनोट्स स्टोरीज विषय पर अपने विचार और प्रश्न साझा किए। प्रो. नासिर देश पेमा ने भी इस बात पर जोर देकर चर्चा में योगदान दिया कि लेखक केवल घटनाओं के रिपोर्टर होने के बजाय कहानीकार हैं। डॉ. गौतम ने प्रत्येक प्रश्न का वाक्पटुता से जवाब दिया, जिससे सत्र की गहराई और प्रतिध्वनि में वृद्धि हुई।
सत्र का समापन नीरज पिजार की टिप्पणियों के साथ हुआ, जिन्होंने धन्यवाद प्रस्ताव भी दिया। उन्होंने डॉ. गौतम, पैनलिस्टों और उपस्थित लोगों का ध्यानवाद किया।