धर्म/ संस्कृति (Page 12)

बिशु मेला: हिमाचल की लोक गाथाओं, नृत्यों और मेलों में झलकता है सदियों पुराना इतिहास 

बिशु आयोजन के दिन सबसे पहले की जाती है कुलदेवता की पूजा पहाड़ वासियों ने लुप्त हो रही सांस्कृतिक परंपरा को जैसे-तैसे करके जीवित रखा है शिमला और सिरमौर में अप्रैल-मई में किया जाता है बिशु मेले...

"चूड़धार" पर्वत पर बसे "शिरगुल महाराज"

“चूड़धार” पर्वत पर बसे “शिरगुल महाराज”

हिमाचल में बहुत से प्रसिद्ध तीर्थ स्थल हैं और इन तीर्थ स्थलों के दर्शनों के लिए लोग न केवल देशों से अपितु विदेशों से भी आते हैं। ऐसा ही एक हिमाचल के सिरमौर जिले में प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है।...

अपार शांति व अद्भूत शक्ति की अनुभूति का दरबार “माँ हाटकोटी” 

हिमाचल के विख्‍यात मन्दिरों में से एक “माँ हाटकोटी” मंदिर का शीर्ष भाग पत्थर की स्लेट की ढलानदार छत से आच्छादित हाटकोटी को अर्जित है ‘पत्थर के मंदिरों की घाटी’ का खिताब हिमाचल जिसे...

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चौहार घाटी का प्रसिद्ध देव पशाकोट

देव पशाकोट मंदिर – यह मंदिर टिक्कन पुल के समीप लगभग 1 किलोमीटर दूर स्थित है। देव पशाकोट चौहार घाटी के प्रमुख देवता हैं। लोग यहां पूजा करने, मन्नत मांगने, स्थानीय समस्याओं के परामर्श एवं...

हिमाचल : पर्यटन को विकसित करने के लिए 1900 करोड़ स्वीकृत, स्थानीय युवाओं के लिए बढ़ेंगे रोज़गार के अवसर

हिमाचल : “शिशु के जन्म से लेकर नामकरण व मुंडन रीति-रिवाज”

जिस प्रकार किसी व्यक्ति की आदतें और उसकी अभिव्यक्ति का ढंग उसके चरित्र के द्योतक हैं, उसी प्रकार किसी समाज में प्रचलित रीति-रिवाज उसकी नैतिक चेतना के प्रतीक होते हैं। इस प्रकार रीति से...

महाभारत के इतिहास से जुड़ा खेल, नृत्य व नाट्य का सम्मिश्रण ठोडा

हिमाचल: महाभारत के इतिहास से जुड़ा “ठोडा” खेल

कौरवों व पांडवों की यादें पर्वतीय क्षेत्रों में अभी तक रची-बसी दुनिया में तीरंदाजी की कितनी ही शैलियां हैं मगर हिमाचल व उत्तराखंड की पर्वतावलियों के बाशिंदों की यह तीरकमानी अद्भुत व निराली...

नागों से हुई "महासू देवता" की उत्पति

हिमाचल: शक्तिशाली व रहस्यमय देवता ” देव महासू”

हणोग मन्दिर में महासू की अष्टधातु की मूर्ति तिब्बती मूर्तियों जैसी  हिमाचल में महासू बहुत ही शक्तिशाली ग्राम देवता हैं  जोकि हैं रहस्यमय शिमला में 90 और सिरमौर में हैं 10 महासू मन्दिर हिमाचल...