त्यौहार व मेले (Page 2)

"सायर उत्सव" खुशहाली और समृद्धि का पर्व

हिमाचल: तीज-त्यौहार हमारी संस्कृति के परिचायक ; “सायर उत्सव” खुशहाली और समृद्धि का पर्व

सायर उत्सव  त्यौहार और मेले हिमाचल के लोगों के सांस्कृतिक जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। ऋतुओं ने भी त्यौहारों को विशिष्ट स्वरूप देने में भूमिका निभाई है। हरेक ऋतु से जुड़े हुए त्यौहार हैं।...

“पत्थर चौथ” में ना देखे चाँद .... गाथा है पुराणों में

“पत्थर चौथ” में ना देखे चाँद …. गाथा है पुराणों में

“पत्थर चौथ” में दिख जाए चाँद तो…. सुनें यह कथा…. हिमाचल के कई जगहों में पत्थर चौथ को मनाया जाता है लेकिन बिलासपुर में इसे विशेष रूप से मनाया जाता है। हालांकि पत्थर चौथ आधुनिकता की चकाचौंध...

जब…श्रीकृष्ण का अवतरण होते ही वसुदेव–देवकी की खुल गईं बेड़ियाँ

कृष्ण जन्माष्टमी भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की तैयारियां पूरे जोर-शोर से कई दिनों से की जा रही हैं क्योंकि भगवान श्रीकृष्ण को भगवान विष्णु का आठवां अवतार माना जाता है। उनकी बाल लीलाओं से...

भाई-बहन के प्यार और सदभावना से भरा त्यौहार "रक्षाबन्धन"

भाई-बहन के प्यार और सदभावना से भरा त्यौहार “रक्षाबन्धन”

प्राचीन काल से चल आ रहे त्यौहारों में से एक बहुत ही आर्दश प्रेम प्रतीकण् सद्भावनों से भरा हुआ त्यौहार रक्षाबन्धन माना गया है। कच्चे धागा का बन्धन समाज के लोगों में एक आदर्श प्रस्तुत करता है।...

ग्राम देवी-देवता के सम्मान में किया जाता है "जागरा"

हिमाचल: देवी-देवता के सम्मान में किया जाता है “जागरा”; जानें जागरे का विशेष महत्व

जागरे का विशेष महत्व इस दिन ग्राम देवी-देवता को किया जाता है घर पर आमन्त्रित हिमाचल देवभूमि है। यहाँ अक्सर देवी-देवताओं की पारम्परिक तरीके से सदियों से पूजा-अर्चना की जाती आ रही है। हर जिले...

हिमाचल के प्राचीन मदिंरों में से प्रसिद्ध सोलन शूलिनी माता मन्दिर

गुम्बदनुमा शैली में कंकरीट का बना है शूलिनी माता का मन्दिर मन्दिर की पूज सज्जा में शिरगुल तथा माल्ली देवताओं की मूर्ति के मध्य छह देवियों की मूर्तियां विराजमान सोलन शहर के दक्षिण में शूलिनी...