एसजेवीएन थर्मल ने किया पीएफसी और आरईसी के साथ ऋण करार हस्ताक्षरित : सीएमडी नन्‍द लाल शर्मा 

2016.5 मेगावाट की स्थापित क्षमता और वर्ष 2040 तक अपने पोर्टफोलियो में 50000 मेगावाट जोड़ने की महत्वाकांक्षा के साथ, एसजेवीएन देश में एक प्रमुख विद्युत कंपनी के रूप में उभरा है : सीएमडी नन्‍द लाल शर्मा 

शिमला: एसजेवीएन अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्‍द लाल शर्मा और पीएफसी अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक रविंदर सिंह ढिल्लों ने दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में एसजेवीएन थर्मल प्राइवेट लिमिटेड (एसटीपीएल), पीएफसी और आरईसी के मध्‍य बिहार के बक्सर जिले के चौसा में अवस्थित 1320 मेगावाट की बक्सर ताप विद्युत परियोजना के ऋण घटक के वित्तपोषण के लिए 8520.92 करोड़ रुपए का ऋण करार किया गया।

इस अवसर पर एसजेवीएन लिमिटेड की  गीता कपूर, निदेशक (कार्मिक),  ए.के. सिंह, निदेशक (वित्त) और  सुशील शर्मा, निदेशक (विद्युत), आरईसी के  अजय चौधरी, निदेशक (वित्त),  विजय कुमार सिंह, निदेशक (तक.),  पीएफसी की परमिंदर चोपड़ा, निदेशक (वित्‍त),  राजीव रंजन झा, निदेशक (कार्मिक),  मनोज शर्मा, निदेशक (सिविल) तथा एसटीपीएल के  मनोज कुमार, सीईओ एवं  मनोज कुमार, सीएफओ भी उपस्थित रहे।

इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए एसजेवीएन अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्‍द लाल शर्मा,  ने राष्ट्र के समग्र विकास के लिए विद्युत की आवश्यकता और इस संबंध में एसजेवीएन के योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि 2016.5 मेगावाट की स्थापित क्षमता और वर्ष 2040 तक अपने पोर्टफोलियो में 50000 मेगावाट जोड़ने की महत्वाकांक्षा के साथ, एसजेवीएन देश में एक प्रमुख विद्युत कंपनी के रूप में उभरा है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि जून 2023 में 1320 मेगावाट की बक्सर ताप विद्युत परियोजना की कमीशनिंग से, बिहार में विद्युत की कमी को काफी हद तक पूरा कर लिया जाएगा और राज्य के लोगों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में उल्लेखनीय सुधार होगा। परियोजना के लिए बिहार सरकार और जिला प्रशासन को उनके निरंतर समर्थन के लिए धन्यवाद देते हुए श्री शर्मा ने एसजेवीएन में अपना विश्वास व्यक्त करने और परियोजना के ऋण घटक के वित्तपोषण द्वारा अपना सहयोग देने के लिए पीएफसी और आरईसी के प्रति भी आभार व्यक्त किया।

प्रारंभ में दिनांक 26 नवंबर 202O को एसजेवीएन, पीएफसी और आरईसी के मध्‍य बीटीपीपी के लिए सावधि ऋण के वित्तपोषणार्थ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए थे, परंतु उच्च ब्याज दर के कारण समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए गए। वर्तमान में, मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए आरबीआई द्वारा रेपो(आरईपीओ) दर में लगातार वृद्धि के कारण ऋण बाजार में रुझान बढ़ रहा है। इसके पश्‍चात, सावधि ऋण के पुनर्वित्तपोषण के संबंध में बेहतर दर और शर्तों के लिए पीएफसी और आरईसी के साथ मामला उठाया गया, विस्‍तृत चर्चा और नेगोशि‍एशन के पश्‍चात अंततः उन्होंने 8520.92 करोड़ रुपए के वित्तपोषणार्थ 8.60% प्रति वर्ष (वृद्धि सहित) की उदार ब्याज दर की पेशकश की। तदनुसार, एसटीपीएल ने मौजूदा ऋण की अदला-बदली करने का निर्णय लिया, जिसके परिणामस्वरूप वर्तमान बाजार परिदृश्य के अनुरुप एसटीपीएल द्वारा ब्याज भुगतान संबंधी ऋण अवधि में लगभग 174 करोड़ रुपए की महत्वपूर्ण बचत होगी। इससे एसटीपीएल के उपभोक्ताओं को सस्ती विद्युत भी मिलेगी।

बिहार सरकार द्वारा आबंटित 1320 मेगावाट की बक्सर ताप विद्युत परियोजना की कमीशनिंग पर 9828 मि.यू. वार्षिक विद्युत का उत्पादन होगा। बिहार सरकार के साथ विद्युत खरीद करार के अनुसार, परियोजना से उत्‍पादित विद्युत की 85% आपूर्ति बिहार राज्य को की जाएगी और शेष 15% विद्युत बस बार दर पर अन्य विद्युत खरीदारों को बेची जाएगी।

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