शिमला : प्रदेश में हुई आज ओलावृष्टि और बारिश से किसानों और बागवानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। जहाँ ओलावृष्टि से ऊपरी इलाके में सेब,मटर और गोभी की फसल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है, वहीं निचले इलाकों में भी गेहूं की फसलों को भी नुकसान हुआ। ओलावृष्टि होने से सेब की फसल प्रभावित हुई है। वहीं, कुछ मैदानी क्षेत्रों में शुक्रवार रात को अंधड़ चला। अंधड़ से कुछ मैदानी जिलों में गेहूं की फसल खेतों में बिछ गई तो वहीं काटी गयी फसलों में पानी चला गया। आम और सेब सहित कई फलों को भी इसके चलते नुकसान हुआ है। मैदानी जिलों कांगड़ा, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर में अंधड़ चलने से गेहूं की फसल को नुकसान हुआ।
वहीं शिमला के ठियोग, फागू व कुफरी में हुई भारी ओलावृष्टि के कारण एन.एच. 5 पर भी भारी जाम लगा रहा। कुफरी से छराबड़ा तक वाहनों की लंबी कतारें लग गई। ओलावृष्टि के कारण जगह-जगह पर फिसलन की वजह से काफी देर तक जाम लगा रहा। वहीं हिमाचल के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में मई महीने में भी बर्फबारी का दौर जारी है। शनिवार को जिला किन्नौर के कई क्षेत्रों और रोहतांग में ताजा बर्फबारी हुई। राजधानी शिमला में बारिश होने से ठंड बढ़ गई है।
जानकारी अनुसार रोहतांग दर्रा में शनिवार सुबह ताजा बर्फबारी हुई। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने रविवार को भी सूबे के कई क्षेत्रों में बारिश, ओलावृष्टि और अधंड़ की चेतावनी जारी की है। 17 मई तक प्रदेश में मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान है।