प्रदेश में 80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के मतदाताओं को करेंगे सम्मानित : मुख्य निर्वाचन अधिकारी

शिमला: राज्य निर्वाचन विभाग अन्तरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर प्रदेश के वरिष्ठ एवं शतायु मतदाताओं को लोकतंत्र को मजबूत करने में दिए गए अमूल्य योगदान के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित करेेगा। यह जानकारी आज मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने दी। उन्होंने कहा कि मतपत्र के समय से वर्तमान आधुनिक मतदान प्रणाली के साक्षी रहने वाले इन मतदाताओं को विभाग सम्मानित करेगा जिन्होंने वोट के महत्व के प्रति भावी पीढ़ि़यो को जागरूक करने में प्रमुख भूमिका निभाई है।

 गर्ग ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग ने अपनी अनूठी पहल के माध्यम से चुनावी प्रक्रिया में उनके निरंतर योगदान के लिए उन्हें प्रदेश के प्रत्येक जिला मुख्यालय व उप-मण्डल  स्तर पर सम्मानित करने का निर्णय लिया है। इस विशेष श्रेणी के योगदान के दृष्टिगत इनके मतदान को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए आयोग प्रयासरत है और वृद्धजनों को घर से मतदान करने की सुविधा मुहैया करवाने के साथ-साथ मतदान केन्द्रों पर विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न जिलों एवं उपमण्डलों में 80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के मतदाताओं को सम्मानित करने के लिए विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा और यदि शतायु मतदाता इन कार्यक्रमों में शामिल न हो पाए तो उनके घरों में जाकर उन्हें सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह सम्मान कार्यक्रम एक अक्तूबर, 2022 के उपरांत दो या तीन दिनों तक चलेगा। हिमाचल प्रदेश के लिए यह गर्व की बात है कि स्वतंत्र भारत के प्रथम मतदाता  श्याम सरन नेगी अभी भी चुनावी प्रक्रिया में योगदान दे रहें है एवं लोगों को लोकतंत्र के इस उत्सव में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। वरिष्ठ मतदाताओं के बहुमूल्य अनुभवों से हम अन्य मतदाताओं विशेषकर युवाओं को जागरूक एवं अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रेेरित कर सकते है इसलिए वरिष्ठ मतदाताओं की चुनाव प्रक्रिया में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए निर्वाचन विभाग सदैव प्रयासरत है।

उन्होंने कहा कि राज्य में 80 वर्ष से अधिक आयु के कुल 122093 मतदाता हैं और इनमें 100 वर्ष से अधिक आयु के  1190 मतदाता है जिन्हें राज्य निर्वाचन विभाग द्वारा सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यदि हम विधानसभा क्षेत्रों की बात करें तो विशेष रूप से जिला कांगड़ा के सुलह विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 2936 वरिष्ठ मतादाता हैं जबकि जिला कांगड़ा के ही फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र में 72 शतायु मतदाता हैं।

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