शिमला : प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आइजीएमसी शिमला में रेजिडेंट चिकित्सक सरकार से नाराज हो गए हैं। मांग को पूरा न करने पर ये चिकित्सक नाराज हैं। मानदेय बढ़ाए न जाने पर ऐसे करीब 150 चिकित्सक 11 दिसंबर को हड़ताल पर जा रहे हैं।
वीरवार को रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने आइजीएमसी के मुख्य प्रवेश द्वार से एतिहासिक रिज मैदान तक विरोध स्वरूप रैली निकाली। इन चिकित्सकों का आरोप है कई-कई घंटों दिन रात सेवाएं देने के बाद भी सरकार पच्चीस हजार मानदेय दे रही है। देश के किसी भी मेडिकल कॉलेज में यह मानदेय सबसे कम है। दूसरे मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सा सेवाएं के बदले बढि़या वेतन सरकारें अन्य राज्यों की दे रही है। सरकार से बार-बार मामला उठाने के बाद भी किसी प्रकार की कोई सुनवाई नहीं हो पाई है। हलांकि इससे पहले बीते लंबे अरसे से ये डॉक्टर काले बैज लगाकर विरोध जता रहे थे।
धर्मशाला में आयोजित मंत्रिमंडल की बैठक पर इस संबंध में आस थी। अफसरशाही के समक्ष भी बार-बार आग्रह किया गया मगर कोरे आश्वासन ही उनसे मिलते रहे हैं। अब यदि सरकार फिर भी मांग को पूरा नहीं करती है तो 11 दिसंबर को विरोध स्वरूप हड़ताल पर चिकित्सक जांएगे। सरकार को ज्ञापन भी दिया जाएगा। इसके बाद प्रदेश भर के चिकित्सकों से भी आरडीए आग्रह करेगी कि आंदोलन के लिए साथ दें।