शिमला: भाजपा प्रवक्ता गणेश दत ने कहा कि वीरभद्र सिंह व उनके परिवार के कारनामों के लिए मुख्यमंत्री स्वयं जिम्मेवार है। ऐसे में अपने द्वारा की गई गलतियों के लिए दूसरों को दोष देना न्यायोचित नहीं है। व्यक्तिगत भ्रष्टाचार के मामलो में कानून के समक्ष स्वयं को निर्दोष सिद्ध करने के बजाए कुल्लू दशहरा जैसे धार्मिक व सार्वजनिक मंचो का इस्तेमाल करके वीरभद्र सिंह गलत परम्परा को जन्म न दें तो ज्यादा बेहतर होगा।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सत्ता पक्ष द्वारा किए गए किसी भी भ्रष्टाचार को उजागर करना विपक्ष का कर्तव्य है और नेता प्रतिपक्ष अपने दायित्व का बखूबी निर्वाहन कर रहे हैं। ऐसे में वीरभद्र सिंह अगर यह उम्मीद कर रहे हैं कि उनके भ्रष्ट कारनामों पर विपक्ष आंखे मूंद कर चुप बैठा रहे, तो यह सम्भव नहीं है और न ही वीरभद्र सिंह इस तरह की ’’शालीनता’’ की उम्मीद नेता प्रतिपक्ष से करें।
भाजपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने मंत्री ठाकुर कौल सिंह की नसीहत पर भी अमल करें। ठाकुर कौल सिंह ने सार्वजनिक रूप से कहा है कि 75 वर्ष की आयु के पश्चात राजनीति से सेवानिवृति ले लेनी चाहिए। ठाकुर कौल सिंह ने ईशारों में ही स्पष्ट कर दिया है कि अब वीरभद्र सिंह की रिटायरमैंट का समय आ गया है और उन्हें सम्मानजनक तरीके से विदाई ले लेनी चाहिए।