नई दिल्ली: केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्डा ने आगामी सर्दियों में इन्फ्लुएंजा ए एच1एन1 की समस्या से निपटने हेतु दिल्ली में इसकी तैयारियों का जायजा लेने के लिए दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सत्येन्द्र जैन के साथ बैठक की। नड्डा ने इस दिशा में किये जा रहे प्रयासों के लिए दिल्ली सरकार को अपनी ओर से हर तरह की सहायता एवं सहयोग देने का आश्वासन दिया।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने विशेष जोर देते हुए कहा कि यह केन्द्र सरकार और दिल्ली सरकार का संयुक्त प्रयास है और इसके तहत यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि इन्फ्लुएंजा ए एच1एन1 के संभावित कहर को न्यूनतम स्तर पर रखने के लिए दोनों ही सरकारों के स्वास्थ्य विभागों द्वारा समय पर पर्याप्त कार्रवाई की जाये।
संयुक्त बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि इन्फ्लुएंजा ए एच1एन1 से लड़ने के लिए टीकाकरण से जुड़े दिशा-निर्देशों, संक्रमण नियंत्रण और मानक उपचार प्रोटोकॉल को दिल्ली सरकार के साथ साझा किया जायेगा। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि केन्द्र सरकार एवं दिल्ली सरकार दोनों के ही अस्पतालों में ओसेल्टामिविर नामक दवा एवं अन्य उपभोग्य वस्तुओं का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित किया जायेगा। इसी तरह दिल्ली सरकार आम जनता की जेब पर पड़ने वाले बोझ को कम करने के लिए इन्फ्लुएंजा ए एच1एन1 के नमूने के परीक्षण पर लगने वाले शुल्क की सीमा वास्तविक ढंग से तय करने की व्यवस्था करेगी। यह भी निर्णय लिया गया कि केन्द्र सरकार एवं दिल्ली सरकार के अस्पतालों में आने वाले इन्फ्लुएंजा ए एच1एन1 से जुड़े मामलों को दोनों सरकारों की मीडिया योजनाओं के साथ साझा किया जायेगा। इसके लिए एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान), वल्लभ भाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट और राष्ट्रीय मलेरिया अनुसंधान संस्थान में इसके परीक्षण की सुविधाएं शुरू की जायेंगी। यह एनसीडीसी में उपलब्ध सुविधाओं के अलावा है, जो दिल्ली में इन्फ्लुएंजा ए एच1एन1 का पता लगाने के लिए विभिन्न नमूनों का फिलहाल परीक्षण कर रहा है। इन्फ्लुएंजा ए एच1एन1 के जटिल मामलों से निपटने के लिए उचित वेंटिलेटर प्रोटोकॉल पर दिल्ली सरकार के डॉक्टरों को प्रशिक्षित करने के लिए एम्स एवं केन्द्र सरकार के अन्य अस्पतालों में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा, क्योंकि इसके तहत मरीजों को श्वास संबंधी समस्याओं से जूझना पड़ सकता है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय एवं दिल्ली सरकार दोनों के ही वरिष्ठ अधिकारीगण इस बैठक में उपस्थित थे।