शिमला: आज हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष प्रो. प्रेम कुमार धूमल, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व हिमाचल भाजपा के प्रभारी श्रीकांत शर्मा तथा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती के नेतृत्व में सभी विधायकों एवं प्रमुख कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें वीरभद्र सरकार की बर्खास्तगी की मांग की गई।
ज्ञापन में कहा गया कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर आय से अधिक सम्पति और भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर उनके निजी आवास सहित 11 स्थानों पर छापेमारी की है। भारतीय जनता पार्टी का मानना है कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को नैतिकता के आधार पर अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए था ताकि निष्पक्ष रूप से इस मामले की जांच हो पाती, परन्तु उन्होनें ऐसा नहीं किया। जिससे लगता है कि वीरभद्र सिंह मुख्यमंत्री पद के प्रभाव से जांच को प्रभावित करना चाहते हैं। पिछले एक सप्ताह से सरकार की गतिविधियों को देखकर ऐसा ही लगता है, क्योंकि इस दौरान मुख्यमंत्री सहित किसी भी मंत्री ने कोई भी सरकारी कामकाज नहीं किया, पूरी की पूरी सरकार मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की कुर्सी बचाने में लगी रही।
ज्ञापन में कहा गया कि इस मुद्दे को लेकर भाजपा कार्यकर्ता जो धरने-प्रदर्शन कर रहे हैं उन पर तो पुलिस केस दर्ज कर रही है परन्तु कांग्रेस कार्यकर्ता प्रधानमंत्री तक के पुतले जला रहे हैं, परन्तु पुलिस उन पर कोई कार्यवाही नहीं कर रही है, उल्टा कई स्थानों पर पुलिस कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मदद कर रही है।