“हिम सेवा” हेल्पलाइन से लोगों को मिलेगी सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने से निजात

  • जनता की समस्याओं का शीघ्र निवारण करेगी मुख्यमंत्री हेल्पलाइनः जय राम ठाकुर

अंबिका/शिमला: हेल्पलाइन लोगों की समस्याओं का शीघ्र समाधान करेगी। राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी ‘मुख्यमंत्री हेल्पलाइन (हिम सेवा)’ की शिमला मण्डलीय क्षेत्र के विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के लिए सूचना प्रौद्योगिकी द्वारा आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला के दौरान अहमदाबाद (गुजरात) से वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां कहा कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन लोगों की समस्याओं का शीघ्र समाधान करेगी तथा लोगों को सरकारी कार्यालयों में बार-बार अपने कार्य के लिए जाने से राहत प्रदान करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है तथा इस दिशा में आरम्भ किया गया जनमंच कार्यक्रम सफलतापूर्वक लोगों की समस्याओं का निदान कर रहा है। इसी उद्देश्य से बजट की घोषणा के अनुसार मुख्यमंत्री हेल्पलाइन आरम्भ की जाएगी, जिससे आधुनिक तकनीक का उपयोग कर लोगों के समय तथा पैसे की बचत होगी। उन्होंने उपस्थित सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मुख्यमंत्री हेल्पलाइन को सफल बनाने में अपना बहुमूल्य योगदान प्रदान करें तथा प्रदेश सरकार पर जनता के विश्वास को बनाए रखने में सहयोग दें।

प्रधान सचिव सूचना प्रौद्योगिकी जगदीश चन्द्र ने कहा कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन राज्य सरकार द्वारा लोगों के हित में किए गए प्रयासों को दर्शाती है। हेल्पलाइन के तहत समस्त विभागों से सम्बन्धित शिकायत दर्ज की जाएंगी तथा उन पर शीघ्र कार्रवाई कर निवारण किया जाएगा। यह हेल्पलाइन कॉल सेंटर के माध्यम से विभिन्न शिकायतों तथा मांगों को पंजीकृत करेगी तथा इस उद्देश्य के लिए विभिन्न विभागों के सम्बन्धित अधिकारियों की जानकारी भी हेल्पलाइन पर उपलब्ध होगी। हेल्पलाइन के माध्यम से लोगों की प्रतिक्रिया व सुझाव भी प्राप्त किए जाएंगे।  मुख्यमंत्री हेल्पलाइन मोबाइल ऐप भी आरम्भ की जाएगी।

निदेशक सूचना प्रौद्योगिक रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के तहत चार स्तरों पर शिकायत के मामलों पर कार्रवाई की जाएगी, जिसमें खण्ड स्तर, जिला स्तर, विभागाध्यक्ष स्तर तथा राज्य स्तर शामिल हैं। हेल्पलाइन की निगरानी मुख्य सचिव तथा मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा की जाएगी। यह हेल्पलाइन प्रातः 7 बजे से रात्रि 10 बजे तक कार्यशील रहेगी। निर्धारित समय में समस्या का निदान न होने पर इसे अगले स्तर पर कार्यवाही के लिए भेज दिया जाएगा। इस प्रकार की कार्यशाला का आयोजन मण्डी व कांगड़ा स्थित धर्मशाला में भी किया जाएगा।

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