अंबिका/शिमला: मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने सरस्वती विद्या मंदिर, शिमला का विकासनगर में 5.20 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित ठाकुर राम सिंह छात्रावास का आज उद्घाटन किया। इस भवन के निर्माण में सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड (एसजेवीएनएल) द्वारा 2.34 करोड़ रुपये की राशि का योगदान किया गया है। मुख्यमंत्री इस अवसर पर कहा कि विद्यार्थियों को नैतिक शिक्षा प्रदान करना वर्तमान समय की मांग है, जिसके लिए अध्यापक, शैक्षणिक संस्थान तथा समाज के सहयोग की आवश्यकता है ताकि भारतीय पुरातन शिक्षा प्रणाली को पुनर्जीवित किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा का मुख्य उद्देश्य एक मजबूत तथा जीवंत समाज का निर्माण करना है, जिससे छात्रों में नैतिक मूल्यों का समावेश हो ताकि वे भविष्य में जिम्मेदार नागरिक बन सकें। उन्होंने कहा कि विद्या भारती न केवल विद्यार्थियों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करने में मदद कर रही है, बल्कि छात्रों के आर्थिक तथा वैज्ञानिक विकास के साथ उन्हें पुरातन सांस्कृतिक धरोहर के साथ भी जोड़ती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही राष्ट्र को 21वीं सदी में विकास के पथ पर सफलतापूर्वक आगे ले जाने का सशक्त माध्यम है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि वर्ष 1993 में विद्या भारती की स्थापना होने के उपरांत यह स्कूल शिमला शहर के श्रेष्ठ शैक्षणिक संस्थान के रूप में उभरा है, जिसमे 1140 छात्र गुणात्मक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा छात्रों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के प्रयास में यह संस्थान अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने वर्तमान वित्त वर्ष में छात्रों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से शिक्षा बजट में 7598 करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान किया है। वर्तमान वित्त वर्ष के अन्तर्गत प्रदेश में अटल आदर्श विद्या केन्द्र योजना के अन्तर्गत 15 नए अटल आदर्श विद्या केन्द्र खोले जाएंगे, जिसमें गुणात्मक शिक्षा के साथ छात्रों को रहने और खाने की सुविधा प्राप्त होगी।