लाहौल-स्पीति: सामरिक महत्व का 485 किलोमीटर लंबा मनाली-लेह मार्ग बहाल हो गया है। 15,000 फीट की ऊंचाई पर बारालाचा दर्रे से हो कर वाहन दौड़ना शुरू हो गए हैं। अब चीन और पाकिस्तान सीमा तक आसानी से सेना को रसद पहुंचाई जा सकेगी। पर्यटक भी मनाली-रोहतांग के बाद लाहौल होते हुए लेह-लद्दाख जा रहे हैं। वहीं आज से रोहतांग के लिए इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू हो गई है। इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू होने से पर्यटकों को बड़ी राहत मिली है। पहले चरण में रोहतांग के लिए चार इलेक्ट्रिक बसें रवाना की गई हैं।
38 बीआरटीएफ के कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि आज से मनाली-लेह मार्ग पर वाहन दौड़ना शुरू हो गए हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन मार्ग का निरीक्षण कर उन्हें बताए कि कहां समस्या है, वह उसे भी दुरुस्त कर देंगे। एचआरटीसी केलांग के आरएम मंगल चंद मनेपा ने कहा कि निगम के अधिकारी जल्द ही सड़क का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद जल्द ही सरकारी बस सेवा को शुरू कर दिया जाएगा। 485 किलोमीटर लंबे सड़क मार्ग पर जल्द ही निगम की बस सेवा भी शुरू की जाएगी।