“आईआईटी-जेईई” में कैरियर बनाना है तो करें विशेष तैयारी

“आईआईटी-जेईई” में कैरियर बनाना है तो करें विशेष तैयारी

प्रतिस्पर्धा के दौर में आज हर युवा अपने कैरियर को लेकर काफी सजग और गंभीर है। ऐसे में हम आपको समय-समय पर कैरियर संबंधी जानकारी देने की कोशिश में हैं जो आपके उज्ज्वल भविष्य के लिए बेहतरीन और  फायदेमंद साबित हो सके। इस बार अपने “कैरियर कॉलम” में हम आपको “आईआईटी-जेईई” के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देने जा रहे हैं ताकि आप इसमें अपना कैरियर बेहतर बना सके। लड़कियां इस क्षेत्र में भी अपना कैरियर बना सकती हैं, जो इस क्षेत्र का चयन करते हैं, उनके लिए आधारशिला दसवीं के बाद ही तैयार कर दी जाती है। जिसे इंजीनियर बनना है, नि:संदेह वह 10 वीं कक्षा के बाद से ही आईआईटी संस्थानों में दाखिला लेने का सपना जरूर संजोता है। किंतु इन संस्थानों की प्रवेश परीक्षा यानि आईआईटी-जेईई उत्तीर्ण करने के लिए कुछ ज्यादा ही मेहनत की आवश्यकता होती है।

आईआईटी संस्थानों में यदि प्रवेश लेना है, तो इसकी प्रवेश परीक्षा के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।

  • योगयता: आईआईटी-जेईई परीक्षा में वही छात्र बैठ सकते हैं, जिन्होंने इंटरमीडिएट की परीक्षा 60 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण कर ली हो। ध्यान रहे जेईई के लिए क्रमिक वर्ष में केवल दो बार ही प्रयास कर सकते हैं।
  • परीक्षा की रूपरेखा: इस परीक्षा में दो प्रश्र पत्र होते हैं। दोनों ही प्रश्रपत्रों में भौतिकी, रसायन शास्त्र एवं गणित के अलग-अलग तीन सेक्शन होते हैं, जिसके द्वारा छात्रों की एनालिटिकल पावर की जांच की जाती है। सभी प्रश्र वस्तुनिष्ठ होते हैं तथा उनका स्तर भी 12वीं कक्षा के समकक्ष होता है। परीक्षा का माध्यम हिंदी तथा अंग्रेजी दोनों भाषाएं होती हैं। इसमें एक ही दिन दोनों प्रश्रपत्रों की परीक्षा ली जाती है तथा उसके लिए 3-3 घंटे का समय निर्धारित किया गया है
  • प्रमुख बिंदु: इस परीक्षा का स्तर काफी कठिन माना जाता है, इसीलिए इसकी तैयारी विशेष महत्व रखती है। चूंकि यह परीक्षा 12वीं के बाद आयोजित की जाती है, अत: छात्र उसी को आधार बनाकर परीक्षा दे सकते हैं।

तैयारी से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण टिप्स:

  • यह एक उच्चस्तरीय परीक्षा है, जिसमें प्रश्रों का स्तर तथा स्वरूप 12वीं का ही होता है। अत: बिना भ्रमित हुए अपनी तैयारी को उसी दायरे में रखें।
  • अध्ययन सामग्री के रूप में 12वीं कक्षा के स्तर की एनसीईआरटी की पुस्तकें ही चुनें, क्योंकि इनमें दिए गए तथ्य प्रमाणित तथा कसौटी पर खरे होते हैं।
  • यदि लड़कियां भी इस वर्ष 12वीं की परीक्षा में बैठ रही हैं तो अपनी तैयारी को इस ढंग से करें कि आगे चलकर वह इंजीनियरिंग परीक्षा में भी सहायक हो।
  • अपनी सुविधा एवं सामथ्र्य के अनुसार कोचिंग सेंटर का चयन कर लें, जिससे अधिक सहायता मिलती है और परीक्षा में आने वाले प्रश्रों का स्वरूप पता चलता है।
  • अध्ययन के बीच-बीच में समय निकालकर पुराने प्रश्रपत्रों एवं मॉडल पेपरों को हल करने की कोशिश करें। इससे आपकी तैयारी प्रवेश परीक्षा के अनुरूप होती रहेगी।

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