शून्य लागत प्राकृतिक खेती के तहत 250 कृषकों का चयन

शिमला: कृषि विभाग के आत्मा परियोजना के तहत जिला में कृषकों को शून्य लागत प्राकृतिक खेती के प्रति अधिक से अधिक आकर्षित करने के उद्देश्य से विभागीय अधिकारी सक्रियता से कार्य करें। यह विचार आज उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने आत्मा परियोजना के तहत गवर्निंग बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किये।

बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त देवाश्वेता बनिक, उप निदेशक कृषि डॉ. प्रेम पी वर्मा, परियोजना निदेशक आत्मा डॉ. आरएस कंवर, उप निदेशक बागवानी डॉ. सुभाष चंद, पशुपालन विभाग से डॉ. नेहा सूद, रेंज फारेस्ट आफिसर जीडी नेगी व विभिन्न संबद्ध विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

उन्होंने बताया कि शून्य लागत प्राकृतिक खेती के तहत जिला के 10 ब्लाक में 25 स्कूल चलाए जा रहे हैं, जिसके लिए 250 कृषकों का चयन किया गया है, जिनके पास देसी गाय उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त शून्य लागत प्राकृतिक खेती के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए प्रत्येक खंड के विभिन्न गांव से 100 किसानों का चयन इस कार्य को बढ़ावा दिया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि कृषकों में खेती की इस पद्यति को और अधिक बढ़ावा देने के लिए अगस्त माह में पीटरहाॅफ शिमला में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें 30 किसानों ने भाग लिया। सामान्य खेती और शून्य लागत प्राकृतिक खेती के गुणों के आंकलन के लिए अगस्त माह में छह दिवसीय शिविर कृषि विज्ञान केंद्र बजौरा जिला कुल्लू में आयोजित किया गया, जिसमें 32 महिला कृषकों ने जानकारी प्राप्त की।

उन्होंने कहा कि आत्मा परियोजना की गतिविधियां शून्य लागत प्राकृतिक खेती पर आधारित हो, ताकि अधिक से अधिक किसानों को इसकी जानकारी प्राप्त हो सकें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि इस संबंध में अधिकारी और किसान परस्पर संवाद कायम कर शून्य लागत प्राकृतिक खेती के गुणों और अवगुणों पर चर्चा करें, ताकि भविष्य में इस पद्धति के व्यापक उपयोग के लिए कार्य योजना तैयार की जा सके।

उन्होंने बताया कि 09 सितम्बर से विभिन्न विकास खंडों में शून्य लागत प्राकृतिक खेती के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से विभिन्न कार्य शालाओं का आयोजन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त 09 अक्तूबर, 2018 को ठियोग उपमंडल के गुम्मा क्षेत्र में छह दिवसीय  व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें पदमश्री सुभाष पालेकर किसानों को इस पद्धति के संबंध में मार्गदर्शन करेंगे।

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