डेंटल डॉक्टर चरणबद्ध तरीके से होंगे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में तैनात : मुख्यमंत्री

शिमला: मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य में आवश्यकतानुसार नए स्वास्थ्य संस्थान खोले जाएंगे, लेकिन सरकार का विशेष ध्यान मौजूदा संस्थानों को अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त करके पर्याप्त डॉक्टरों और कर्मचारियों को तैनात करके मजबूत करना है, जिससे कि लोग अपने घरों के नजदीक गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त कर सके।

मुख्यमंत्री आज मण्डी जिला के सुन्दरनगर में हिमाचल दन्त कॉलेज और अस्पताल के रजत जयंती समारोह ‘राजोत्सव’ की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कॉलेज प्रबन्धन, अध्यापकों और छात्रों को रजत जयंती समारोह के सफल आयोजन के लिए बधाई दी और कहा कि यह अत्यन्त सन्तोष का विषय है कि कॉलेज ने अपना एक विशेष नाम अर्जित किया है और वर्षों से कई मील के पत्थर हासिल किए हैं। उन्होंने अक्षम बच्चों, वृद्ध आश्रमों तथा विभिन्न ग्राम पंचायतों को सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में अपनाने के लिए कॉलेज के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि अब तक इस कॉलेज में 700 से अधिक दन्त चिकित्सक उतीर्ण हुए है।

जय राम ठाकुर ने कहा कि लोगों में दन्त स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता पैदा करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सरकार चरणबद्ध तरीके से ग्रामीण इलाकों में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में दन्त चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने को उच्च प्राथमिकता प्रदान कर रही है, जिसके लिए आधारभूत सुविधाओं को बढ़ाने के अतिरिक्त डॉक्टरों के रिक्त पदों को भरने पर जोर दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए डाक्टरों के सैकड़ों पदों को भरा गया है तथा नर्सों के 1000 पद और परामैडिकस के 2000 पदों को शीघ्र ही भर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी गम्भीर बीमारी को शुरूआती चरण में बढ़ने से रोकने के लिए बुनियादी स्वास्थ्य मानकों की जॉंच के लिए ‘मुख्यमंत्री निरोग योजना’ की घोषणा की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘मुख्यमंत्री चिकित्सा कोष’ के अन्तर्गत गम्भीर रूप से पीड़ित गरीब तथा जरूरतमंदों की सहायता के लिए 10 करोड़ रुपये को बजटीय प्रावधान किया गया है। इस अवसर पर बोलते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री विपिन सिंह परमार ने कहा कि नेरचौक मैडिकल कॉलेज में चिकित्सा विश्वविद्यालय खोलना राज्य में चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि नेरचौक मैडिकल कॉलेज में 16 ओपीडी स्थापित की जाएगी, जो क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने की दिशा में एक सराहनीय कदम होगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने डेंटल डॉक्टर के 52 पद और दन्त मकैनिकों के 52 पदों को भरा है और डैण्टल हाईजिनिस्ट के 25 पदों को निकट भविष्य में भरा जाएगा।

 

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