भाकृअनुप-केन्‍द्रीय आलू अनुसंधान संस्‍थान, शिमला में हिन्दी पखवाड़े 2025 का उदघाटन समारोह

शिमला: भाकृअनुप-केन्‍द्रीय आलू अनुसंधान संस्‍थान, शिमला में दिनांक 12.9.2025 को हिन्दी पखवाड़े 2025 का उदघाटन समारोह उत्साह से किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में राजकीय महाविद्यालय, आनी के प्राचार्य, डॉ. कुँवर दिनेश सिंह जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। समारोह की अध्यक्षता संस्थान के कार्यकारी निदेशक डॉ॰ ब्रजेश सिंह ने मुख्‍य अतिथि का स्वागत पुष्‍पगुच्‍छ व स्मृति चिन्ह देकर किया।

अपने संबोधन में प्रभारी (राजभाषा)  राजदीप ने राजभाषा (हिन्‍दी) एवं उससे संबंधित किए जा रहे कार्यों की संपूर्ण जानकारी दी। उन्‍होंने बताया कि सर्वप्रथम राजभाषा हिन्‍दी को भारत की निर्मात्री सभा ने 14 सितम्‍बर, 1949 को हिन्‍दी को राजभाषा के रूप में मान्‍यता प्रदान की गई तथा उसके उपरान्‍त 26 जनवरी, 1950 को भारत का संविधान लागू होने के साथ-साथ संविधान की धारा 343 के अनुसार हिन्‍दी भारत संघ की राजभाषा बनी। इस पखवाड़े के दौरान कर्मचारियों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी जैसे हिन्दी अनुवाद, आशुभाषण, टिप्पण और लेखन, प्रश्न मंच, हिन्दी वर्ग पहेली, लिखित सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता इत्यादि।

इसी क्रम में निदेशक महोदय ने मुख्य अतिथि को संस्थान के बारे में जानकारी दी व संस्थान में चल रहे शोध कार्यों एवं राजभाषा के प्रयोग से संबन्धित उपलब्धियों की विस्‍तारपूर्वक जानकारी दी। उन्‍होंने यह भी बताया कि यह एक वैज्ञानिक शोध संस्‍थान होने के बावजूद हिन्‍दी में बहुत अच्‍छा कार्य कर रहा है और पिछले कई वर्षों से राजभाषा से संबंधित राष्ट्रीय पुरस्‍कार भी प्राप्‍त होते रहे हैं।

हिन्‍दी पखवाडे के अवसर पर मुख्‍य अतिथि डॉ. कुँवर दिनेश सिंह जी ने हिन्दी दिवस पर अपना वक्तव्य देते हुए अपने अनुभवों को सभी से साझा किया। उन्होने बताया कि “हिंदी भाषा हमारी पहचान है, हमें इसे समृद्ध करना है। हमें इसे जटिल और दुर्गम बनाने से बचना चाहिए, बल्कि इसे सुलभ, समझने में आसान और उपयोग में सरल बनाना चाहिए। दैनिक जीवन में इसके सबसे सरलीकृत रूप का प्रयोग कर हम इसे आम जनमानस की भाषा बना सकते हैं। यही प्रयास हिंदी को राजभाषा के साथ-साथ राष्ट्रभाषा का दर्जा दिलाएगा। इससे पूर्व संस्थान में हिन्दी अनुवाद प्रतियोगिता भी आयोजित की गई।

समारोह के अंत में रजत सेठी, प्रशासनिक अधिकारी ने धन्यवाद भाषण दिया।  नरेश चंद शर्मा जी ने बेहद कुशलता से मंच संचालन का दायित्व निभाया। उन्होने प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से शामिल सभी कर्मचारियों को इस उद्घाटन समारोह और आने वाले प्रतियोगिताओं के लिए शुभकामनाएं व्यक्त कीं।

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