हिमकृषि योजना पर राज्य स्तरीय कार्यशाला; विभाग के 70 अधिकारियों ने लिया भाग
हिमकृषि योजना पर राज्य स्तरीय कार्यशाला; विभाग के 70 अधिकारियों ने लिया भाग
हिमाचल: प्रदेश में कृषि क्षेत्र के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से हिमकृषि योजना के अंतर्गत आज राज्य स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन राज्य कृषि प्रबंधन एवं विस्तार प्रशिक्षण संस्थान (SAMETI), मशोबरा में किया गया। इस कार्यशाला का आयोजन GIZ (Deutsche Gesellschaft für Internationale Zusammenarbeit) के सहयोग से किया गया।
इस अवसर पर सी. पॉलराजू, सचिव (कृषि) हिमाचल प्रदेश मरकार, कुमुद सिंह, निदेशक कृषि तथा डॉ. जगदीश पुरोहित, GIZ प्रतिनिधि तथा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य कृषि क्षेत्र में भौगोलिक सूचना प्रणाली (GIS) तकनीक के अनुप्रयोग पर रहा। इस दौरान कृषि विभाग के अधिकारियों की GIS तकनीक के उपयोग हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया गया। कार्यशाला में हिमपि योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए रणनीतियों तैयार की गई, ताकि योजना के ठोस और दृष्टिगत परिणाम प्राप्त किए जा सकें।
कृषि निदेशक कुमुद सिंह,ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे हिमकृषि योजना को राज्य में प्रभावी ढंग से लागू करें और निर्धारित समय सीमा के भीतर योजना के उद्देश्यों की प्राप्ति सुनिश्चित करें।
सी. पॉलराजू, सचिव (कृषि) ने अपने संबोधन में GIS तकनीक की संभावनाओं पर प्रकाश डाला और सभी कृषि अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे योजना के सफल कार्यान्वयन हेतु GIS उपकरणों को अपनाएं तथा कार्य की गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता न करें। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि इस तकनीक का उपयोग कर कृषि उत्पादकता में वृद्धि, संसाधनों का अनुकूल उपयोग तथा राज्य में सतत विकास मुनिश्चित करें।
यह कार्यशाला ज्ञान-साझाकरण और क्षमता निर्माण का एक महत्वपूर्ण मंत्र सिद्ध हुई, जिसमें अधिकारियों को कृषि क्षेत्र में उचत तकनीकों के समावेशन के लिए आवश्यक कौशल से सुसज्जित किया।
कार्यशाला में कृषि विभाग के 70 अधिकारियों ने भाग लिया, जिनमें संयुक्त निदेशक, उप निदेशक, विषय विशेषज्ञ तथा उप-मंडल स्तर के मृदा संरक्षण अधिकारी शामिल थे।