समापन समारोह की अध्यक्षता की
पधर: जिला स्तरीय किसान मेला पधर का आज विधिवत समापन हो गया। अतिरिक्त उपायुक्त मंडी रोहित राठौर जल शक्ति विश्राम गृह डलाह में समस्त देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना के बाद निकली भव्य जलेब में शामिल हुए। इसके बाद मेला मैदान पधर में मेले का झंडा उतारकर इसका विधिवत समापन किया।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त ने समस्त क्षेत्र व प्रदेशवासियों को जिला स्तरीय किसान मेला पधर की बधाई देते हुए कहा कि मेले व त्यौहार हमारी पुरातन संस्कृति और जीवन शैली के आधार हैं। इन लोक उत्सवों व मेलों के आयोजन से लोक संस्कृति के संरक्षण व संवर्द्धन को बल मिलता है तथा नई ऊर्जा, नए उल्लास, नई उमंग और नए उत्साह का संचार भी होता है।
उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय किसान मेला पधर हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का एक अहम हिस्सा है l इन मेलों के आयोजन से न केवल आपसी भाईचारे की भावना को बल मिलता है बल्कि इस तरह के आयोजन सांप्रदायिक सद्भाव को सुदृढ़ बनाने तथा सांस्कृतिक विरासत को सहेजने में भी अहम योगदान देते हैं।
उन्होंने कहा कि मेले के दौरान देवी-देवताओं के आगमन एवं मेल मिलाप से हमारी प्राचीन देव संस्कृति को बल मिलता है।
उन्होंने इस अवसर पर मेले में हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं वॉलीबॉल, कबड्डी, बैडमिंटन, रस्साकसी ,मटका फोड़ , म्यूजिकल चेयर व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने वाले स्कूली छात्र- छात्राओं को पुरस्कृत भी किया ।
उन्होंने मेला के सफलतापूर्वक व बेहतरीन अयोजन के लिए एसडीएम सहित संपूर्ण मेला समिति को बधाई दी।
मेला समिति के अध्यक्ष एवं एसडीएम पधर सुरजीत सिंह ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए मेला आयोजन बारे विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मेला अवधि के दौरान लोगों के मनोरंजन के लिए 3 सांस्कृतिक संध्याओं का भी आयोजन किया गया। जिनमें प्रदेश तथा क्षेत्र की संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए स्थानीय कलाकारों को विशेष महत्व दिया गया।
इस अवसर पर वरिष्ठ लेखक एवं संपादक तिलक राज गौतम द्वारा तैयार की गई जिला स्तरीय किसान मेला पधर की स्मारिका का विमोचन भी किया गया।
इस मौके पर तहसीलदार डॉ भावना वर्मा, जिला परिषद सदस्य रवि कांत, केहर सिंह, बुद्धि सिंह, हेम सिंह व विभिन्न पंचायतीराज संस्थाओं के प्रतिनिधियों सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।