नई दिल्ली: पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र प्रधान ने उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना को लागू करने में हुई प्रगति की समीक्षा के लिए 8.6.2016 को समीक्षा बैठक की। इसमें वीडियो कांफ्रेंस के जरिये हर जिले के नोडल अफसरों (डीएनओ) ने हिस्सा लिया। नई दिल्ली में हुई इस बैठक में तेल विपणन कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक में इस बात पर जोर था कि उज्ज्वला स्कीम को लागू करने की प्रक्रिया तेज की जाए और इसे युद्धस्तर पर आगे बढ़ाया जाए।
मंत्री ने पूरे राज्य में इस स्कीम को लागू करने के लिए नोडल अफसरों को बधाई दी और पहले ही महीने एक लाख से अधिक गैस कनेक्शन जारी करने के उनके प्रयास की तारीफ की। उन्होंने नोडल अफसरों से हर योग्य लाभार्थी तक पहुंच कर यह सुनिश्चित करने को कहा कि कनेक्शन समय पर जारी हो जाए।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लाभार्थियों को सुरक्षा मानकों के बारे में जागरुक और शिक्षित किया जाए और साथ ही ऐसे उपभोक्ताओं को इंश्योरेंस कवरेज भी मुहैया कराया जाए। अगर गैस कनेक्शन हासिल करने का किसी का दावा खारिज हो जाता है तो इस संबंध में उसके आवेदन का दस्तावेज रखा जाए और इसे सार्वजनिक किया जाए। इस संबंध में पारदर्शिता अपनाई जाए।
नोडल अफसरों ने उज्जवला स्कीम लागू करने की दिशा में अपने अनुभवों को साझा किया और लाभार्थियों की ओर से इस योजना को मिल रही प्रतिक्रिया पर फीडबैक भी दिया। उन्होंने बताया कि इस योजना को काफी प्रचार मिल रहा है और लाभार्थियों की प्रतिक्रिया बेहद उत्साहवर्धक है। लाभार्थियों को नए कनेक्शन देने के लिए स्थानीय सांसद के नेतृत्व में पहल की जा रही है। मेला लगाकर गैस कनेक्शन जारी किए जा रहे हैं। प्रधान ने इस मौके पर निर्देश दिया कि डीएनओ की ओर से उठाए गए मुद्दों और चिंताओं का तेजी से निराकरण हो और इस संदर्भ में उपयुक्त निर्देश जारी किए जाएं।