शिमला: जीवीके-ईएमआरआई 108 राष्ट्रीय एम्बुलेन्स सेवा और 102 जननी एक्सप्रेस के कर्मियों की हड़ताल एवं धरना-प्रदर्शन के कारण उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने के लिए आज यहां मुख्य सचिव पी. मित्रा ने की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई।
बैठक के दौरान जानकारी दी गई कि जीवीके-ईएमआरआई ने एंबुलेंस सेवाओं को सुचारू रूप से संचालित करने के लिये 20 इमरजेंसी मेडिकल टैक्निशियन (ईएमटी) तथा 20 चालकों को तैनात किए गए हैं। इसे अलावा, जीवीके-ईएमआरआई ने नए चालकों और इमरजेंसी मेडिकल टैक्निशियनों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया है। ये पद वॉक-इन-इण्टरव्यू के जरिये भरे 9 मई, 2016 को धर्मशाला व मण्डी में भरे जाएंगे। ईएमआरआई पड़ौसी राज्यों से भी चालकों एवं ईएमटी का प्रबन्ध कर रही है ताकि आवश्यक प्रभावित न हों।
मित्रा ने कहा कि सभी उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि एंबुलेंस सेवाओं से संबंधित कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से उत्पन्न हुई स्थिति से निपटने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं। इसके अलावा उन्हें यह निर्देश भी दिए गए हैं कि इन सेवाओं को सुचारु रूप से चलाने के लिये सुरक्षा प्रदान की जाए क्योंकि 108 व 102 एम्बुलेंस सेवाओं को आवश्यक सेवाएं देखरेख अधिनियम-1972 (इस्मा) के अन्तर्गत शामिल किया गया है।
उन्होंने कहा कि पुलिस महानिदेशक ने पहले ही 108 व 102 एम्बुलेन्स सेवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित बनाने के निर्देश जारी किये हैं। सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से कहा गया है कि सरकारी एम्बुलेन्सों व रेड क्रॉस के रोगी वाहनों का अधिकाधिक प्रयोग किया जाए ताकि रोगियों को समस्या का सामना न करना पडे़।