बलदेव ठाकुर बोले- मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू का आर्थिक सुधार काबिले तारीफ; अधिकारियों के खर्चों पर भी लगे लगाम

शिमला: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव बलदेव ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के द्वारा प्रदेश को अपने पैरों पर खड़ी करने की जो मुहिम छेड़ी गयी है वो काबिले तारीफ है।
बलदेव ठाकुर ने पिछले दिनों बिजली सब्सिडी मे कटौती और हिमाचल पथ परिवहन मे पुलिस कर्मियों के किराये को लेकर किये गए बदलाव को भी जायज ठहराया है क्योंकि पथ परिवहन जो मुफ्त किराये या बसों में स्टाफ की सुविधा देता है उसको वो स्वयम वहन न करके सरकार से एक निश्चित राशि के रूप मे प्रतिमाह वसूलताहै जबकि वास्तविकता में उतने पुलिस कर्मी बसों में इतनी यात्रा करते ही नहीं जितना प्रबन्धन सरकार से वसूलता है।
बलदेव ठाकुर ने कहा कि भाजपा बसों में पुलिस किराये को लेकर गुमराह करने की कोशिश कर रही है जबकि पुलिस को मुफ्त बस सुविधा बन्द नहीं की गई है बल्कि ये निर्देश दिए गए हैं कि पुलिस कर्मी यात्रा के बाद अपनी यात्रा का ब्यौरा और टिकट अपने कार्यालय में जमा करवाये उसका भुगतान तुरन्त कर दिया जाएगा

वहीं पानी के बिल के रूप मे सौ रुपये प्रतिमाह हर मकान मालिक से फिक्स करना भी गलत नहीं है क्योंकि वर्तमान समय में जनसंख्या बढ़ने और वातावरण में बदलाव के कारण हर गांव मे पानी की योजनाओं को जल शक्ति विभाग चला रहा है और उसका अच्छा खासा खर्चा सरकार को वहन करना पड़ता हैइसलिए प्रति हल्का ग्रामीण इलाकों से वसूल करना वक्त के मुताबिक सही है।
बलदेव ठाकुर ने कहा कि आर्थिक सुधारों को और अधिक मजबूती से लागू करने के लिए सरकार के अधिकारियों को दी जा रही अतिरिक्त सुख सुविधाओं को भी मुख्यमंत्री को पुनर्मूल्यांकन करना चाहिए और जिन अधिकारियों ने जरूरत से ज्यादा सुविधाए अपने पास ले रखी है उनसे ये सुविधाए भी तुरन्त वापिस ली जानी चाहिए।
बलदेव ठाकुर ने कहा कि हर सरकारी कार्यालय का एक खाका तुरत तैयार करके जिसमे ये स्पष्ट किया हो कि किस कार्यालय काम से ज्यादा वेतन देना पड़ रहा है उन कार्यालयों को दूसरे विभागों में मिला देना चाहिए।
बलदेव ठाकुर ने प्रदेश मे तैनात भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की सँख्या को भी कम करने का आग्रह मुख्यमंत्री से किया है क्योंकि प्रदेश मे इस समय 112 से ज्यादा भारतीय प्रशासनिक सेवा के1अधिकारी कार्यरत है जो 12 जिलो के छोटे से राज्य मे बहुत अधिक है इनमें से कुछ ऐसे भी हैं जिनका प्रदेश मे कोई औचित्य नहीं है जबकि प्रति माह इन अधिकारियों को वेतन के रूप मे करोड़ों की धनराशि अदा करनी पड़ती है साथ में इन अधिकारियों को प्रदेश सरकार गाड़ी निजी स्टाफ मकान इत्यादि उपलब्ध करवा रही है वो प्रदेश की आर्थिक दशा को कमजोर करने मे पीछे नहीं है।बलदेव ठाकुर ने कहा कि पूरे देश मे हिमाचल मे कार्यरत भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के वेतन भत्ते उन बड़े सोलह राज्यों के बराबर है जहाँ आबादी भौगोलिक स्थिति प्राकृतिक और मानवीय संसाधन और अधिकारियों पर काम का बोझ हिमाचल से कहीं अधिक है जबकि नक्शे में हिमाचल छोटेन राज्यों के श्रेणी  में गिना जाता है और प्रदेश सरकार को इन आधी को वेतन बड़े राज्यो की तरह अदा करना पड़ता है जबकि कुछ राज्य ऐसे हैं जिन राज्यों मे प्रशासनिक अधिकारियों के वेतन भत्ते राज्यो के भौगोलिक आर्थिक और समाजिक आकार को लेकर तय किये गए हैं।
बलदेव ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की जनता को पता है कि भाजपा अपने शासन काल मे किस तरह प्रदेश को कंगाली के चंगुल में फंसा कर गयी है और अब जब वर्तमान मुख्यमंत्री प्रदेश को आर्थिक रूप से वापिस पटरी पर लाने के लिए कृतसंकल्प है तो भाजपा नेता आये दिन गलत बयानबाजी करके जमता को गुमराह करने मे लगे है जबकि प्रदेश की जनता मुख्यमंत्री के आर्थिक सुधारों की प्रशंसा कर रही है ।

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