हिमाचल को मोदी सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में बनाया आत्मनिर्भर: अनुराग ठाकुर
हिमाचल को मोदी सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में बनाया आत्मनिर्भर: अनुराग ठाकुर
भाजपा की वजह से हुई हिमाचल में कई राष्ट्रीय स्तर के शिक्षण संस्थान की स्थापना: अनुराग ठाकुर
नई दिल्ली: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा है कि मोदी सरकार के 10 वर्षों में हमीरपुर संसदीय क्षेत्र और हिमाचल प्रदेश एजुकेशन हब के रूप में उभर कर सामने आया है। यह मोदी का हिमाचल के प्रति प्रेम ही है जिसके कारण आज एक छोटे से पहाड़ी राज्य में लगभग देश के सभी बड़े शैक्षणिक संस्थान हैं। आज हिमाचल के युवाओं को प्रारंभिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा अपने ही राज्य में मिल पा रही है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि “अच्छी व सुगम शिक्षा किसी भी राष्ट्र के प्रगति की पहली मूलभूत आवश्यकता है। 2014 के बाद पूरे देश की शैक्षणिक व्यवस्था में उल्लेखनीय परिवर्तन आया है। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में मोदी सरकार लगभग 30 वर्षों बाद नई शिक्षा नीति लाई जिससे हमारे युवाओं को क्षेत्रीय भाषा में पढ़ाई करने का मौका मिला है। इसके कारण आज छोटे शहरों के बच्चे भी ओपिनियन लीडर बन पा रहे हैं”
अनुराग ठाकुर ने आगे बताया, “ अपने हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में छात्रों को अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए मैं सदा ही प्रयासरत रहा हूँ। केंद्र सरकार के असीम सहयोग से आज मेरे संसदीय क्षेत्र में नादौन व सलोह के साथ नलेटी, घुमारवीं, बंगाणा, धर्मपुर व संधोल को लेकर हमीरपुर में कुल 6 केंद्रीय विद्यालय हो चुके हैं। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में इसी साल फरवरी महीने में प्रधानमंत्री जी ने हमीरपुर लोकसभा के नादौन और स्लोह में दो केंद्रीय विद्यालयों की सौगात दी है जिनमें पांच पांच सौ बच्चे पढ़ सकेंगे। नादौन से ही मात्र 1 घंटे की दूरी पर देहरा में हम केंद्रीय विश्वविद्यालय भी बना रहे हैं। अब हमारे बच्चे अपने घर पर ही केंद्रीय विद्यालय से पढ़कर केंद्रीय विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर सकेंगे। हमने ऐसे ही हमीरपुर में एनआईटी और स्लोह में ट्रिपल आईटी भी बनाया है। इसके अलावा आज यहां कई ट्रिपल आईटी भी बनाए गए हैं। हम जल्द हमीरपुर में खेल के क्षेत्र में भी पूरे उत्तर भारत में अपनी तरह का अनोखा नेशनल सेंटर आफ एक्सीलेंस भी बना रहे हैं।”
अनुराग ठाकुर ने आगे बताया, “आज बिलासपुर में 1700 करोड़ की लागत से एम्स अस्पताल और मेडिकल कॉलेज खुल चुका है। बिलासपुर का हाइड्रोइंजीनियरिंग कॉलेज आज राष्ट्रनिर्माण में अपनी सेवाएँ दे रहा है। हमीरपुर में 400 करोड़ की लागत से मेडिकल कॉलेज बना है। 48 करोड़ की लागत से ऊना में नेशनल सेंटर फॉर स्पेशल चाइल्ड ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट बन रहा है। हमीरपुर में 550 बेड के अस्पताल के लिए 190 करोड़ की धनराशि स्वीकृत कराकर नई बिल्डिंग का शिलान्यास भी कराया और 100 बच्चों की क्लास भी शुरू कराई है। आईआईएम, एनआईटी, एचपीटीयू से लेकर ट्रिपल आईटी तक के राष्ट्रीय शिक्षण संस्थान आज हिमाचल में भाजपा सरकार की देन है। हिमाचल को मोदी सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का काम किया है ताकि हमारे यहाँ के छात्रों को अच्छी व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए अन्य राज्यों की ओर पलायन ना करना पड़े”
अनुराग ठाकुर ने आगे पूरे देश में शिक्षा के क्षेत्र में आए परिवर्तन को रेखांकित करते हुए बताया, “आज पूरे देश में 10000 से ज्यादा अटल टिंकरिंग लैब कार्यरत हैं। 2014 में 384 मेडिकल कॉलेज थे। आज 700 से ज्यादा हैं। 2014 में यूनिवर्सिटी की संख्या 450 थी आज 1100 से ज्यादा है। 2014 में मात्र 7 एम्स थे, आज 22 एम्स हैं। 2014 में लगभग 51,000 एमबीबीएस की सीटें थी, आज 1 लाख 8 हजार से ज्यादा है। 2014 में देश में पीजी की सीटें मात्र 31,000 के आसपास थीं, आज 70,000 से ज्यादा हैं। 2014 में 16 आईआईएम थे, आज 23 आईआईएम हैं। 2014 में आईआईटी की संख्या 12 थी, आज 19 आईआईटी हैं।”
अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि “मोदी जी के विकास के साथ कदमताल करते हुए मैंने भी अपने संसदीय क्षेत्र हमीरपुर में बिना किसी सरकारी सहायता के बच्चों को गुरुकुल पद्धति के साथ निशुल्क ट्यूशन की व्यवस्था के लिए एक से श्रेष्ठ कार्यक्रम की शुरुआत की है। एक से श्रेष्ठ कार्यक्रम सबके प्रयास से सभी वर्गों के बच्चों को शिक्षा देना और सबका विकास करना है। इसकी शुरुआत 5 अक्टूबर 2021 को विश्व शिक्षक दिवस के अवसर पर की गई थी ताकि हिमाचल प्रदेश की तीन समस्याओं: अनएम्प्लॉयमेंट, इमीग्रेशन और इकोनॉमी का एजुकेशन के द्वारा समाधान किया जा सके। आज पूरे क्षेत्र में एक से श्रेष्ठ के 580 से ज्यादा केंद्र कार्यरत है जहां 9500 से ज्यादा बच्चे शिक्षा पा रहे हैं। इनमें छात्राओं की संख्या भी 48% है।”