इग्नू क्षेत्रीय केंद्र शिमला ने मनाया 37वां दीक्षांत समारोह

शिमला: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय का 37वां दीक्षांत समारोह इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र शिमला द्वारा 20 फरवरी को इंस्टीट्यूषन आफ इंजीनियर्स, इंजीनियर भवन, निगम विहार षिमला-2 स्थित सभागार में आयोजित किया गया। इग्नू के विभिन्न कार्यक्रमों में उत्तीर्ण छात्रों के लिए आयोजित इस दीक्षांत समारोह मे हिमाचल प्रदेश से कुल 12071 शिक्षार्थी डिग्री/डिप्लोमा प्राप्त करने के लिए योग्य पाए गए थे जिनमें से 1715 छात्रों ने पंजीकरण करवाया था और 130 छात्रों ने दीक्षांत समारोह में अपनी उपस्थिति की सहमति दी थी।

इग्नू के 37वें दीक्षांत समारोह का मुख्य कार्यक्रम दिल्ली स्थित इग्नू मुख्यालय, मैदान गढ़ी में आयोजित किया गया जिसमें भारत के माननीय उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ मुख्य अतिथि रहे और उन्होंने दीक्षांत भाषण दिया। इस समारोह का सीधा प्रसारण सैटेलाइट के माध्यम से सभी क्षेत्रीय केन्द्रों पर उपलब्ध रहा। इग्नू मुख्यालय दिल्ली के साथ-साथ देशभर के चुनिंदा 39 क्षेत्रीय केन्द्रों पर भी स्थानीय स्तर के समारोह का आयोजन किया गया।

इग्नू क्षेत्रीय केंद्र, शिमला में आयोजित दीक्षांत समारोह में प्रोफेसर (डाॅ.) सत प्रकाश बंसल, कुलपति, हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय, धर्मशाला विशिष्ट अतिथि थे। उन्होंने इग्नू के विभिन्न कार्यक्रमों में उत्तीर्ण छात्रों को डिग्री/डिप्लोमा सर्टिफिकेट प्रदान किए।

इस दीक्षांत समारोह में क्षेत्रीय केन्द्र शिमला द्वारा प्रदेश भर में संचालित 30 अध्ययन केन्द्रों में से अध्ययन केन्द्र-1104 राजकीय महाविद्यालय, हमीरपुर तथा अध्ययन केन्द्र-1148 राजकीय महाविद्यालय, बंजार को वर्ष 2023 में उत्कृष्ट कार्य हेतु स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।

शिमला स्थित इग्नू का 37वां दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय के ‘कुलगीत’ से प्रारम्भ हुआ। तत्पश्चात विशिष्ट अतिथि ने द्वीप प्रज्जवलित कर स्थानीय स्तर के कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।

वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक, डाॅ. जोगिन्द्र कुमार यादव ने क्षेत्रीय केंद्र शिमला की वर्ष 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा इग्नू की विभिन्न शैक्षिक गतिविधियों की जानकारी दी। क्षेत्रीय केन्द्र की गत वर्ष की प्रमुख उपलब्धियों का विवरण देते हुए उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में इग्नू के विभिन्न कार्यक्रमों में वर्ष 2022 में पंजीकृत 52 हजार छात्रों की तुलना 2023 में छात्रों की नामांकन संख्या 56 हजार से अधिक हो गई है जोकि एक सराहनीय उपलब्धि है। छात्र सहायता सेवाओं केे सुदृढ़ीकरण तथा प्रभावी बनाने के दृष्टिगत प्रदेशभर में स्थापित इग्नू अध्ययन केन्द्रों के समन्वयकों तथा स्टाफ के लिए क्षेत्रीय केन्द्र शिमला द्वारा प्रतिमाह नियमित तौर पर‘ ऑनलाइन मीटिंग’, तथा‘ आॅरिएंटेशन प्रोग्राम’ आदि का आयोजन किया जा रहा है। छात्रों एवं अन्य स्टेक हाॅल्डर्स को नवीनतम गतिविधियों की अपडेट्स के दृष्टिगत क्षेत्रीय केन्द्र द्वारा साप्ताहिक ‘लाइव फेसबुक सैशन’ का नियमित आयोजन किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि छात्रों की शिकायतों के त्वरित निवारण हेतु क्षेत्रीय केन्द्र तथा अध्ययन केन्द्रों पर नियमित तौर पर ऑनलाइन/ऑफलाइन माध्यम से ‘छात्र शिकायत निवारण कैम्प’ आयोजित किए जा रहे हैं। प्रिंट/इलेक्ट्रॉनिक तथा सोशल मीडिया प्लेटफार्म द्वारा प्रदेशभर में ग्रामीण/दूर-दराज के क्षेत्रों विशेषकर गोद लिए गांवों की पंचायतों में अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के छात्रों को इग्नू में मुफ्त शिक्षा जैसी सुविधाओं के प्रति जागरुक करवाया जा रहा है।

मुख्य अतिथि प्रोफेसर (डॉ.) सत प्रकाश बंसल ने अपने संबोधन में दूरस्थ एवं मुक्त शिक्षा के प्रसार में, विशेषकर दूर-दराज के क्षेत्रों में, इग्नू के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक एवं विषम  परिस्थितियों को देखते हुए उच्च शिक्षा के प्रसार में इग्नू द्वारा प्रदान की जा रही दूरस्थ शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने इग्नू द्वारा तैयार की गई अध्ययन सामग्री तथा विद्यार्थी सहायता सेवाओं के उत्कृष्ट संचालन की सराहना करते हुए शिक्षा के वर्तमान परिदृश्य में मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा प्रणाली की सार्थकता पर बल दिया।

प्रदेश के विभिन्न कार्यक्रमों में उत्तीर्ण छात्रों को डिग्री/डिप्लोमा प्रदान करने के उपरान्त विशिष्ट अतिथि, प्रोफेसर सत प्रकाश बंसल ने उन्हें बधाई दी तथा आह्वान किया कि वे अपनी अर्जित शिक्षा व ज्ञान के द्वारा समाज एवं राष्ट्र निर्माण में योगदान करें और शिक्षा से वंचितों को इग्नू के माध्यम से उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रोत्साहित करें।

इस समारोह में इग्नू अध्ययन केन्द्रों के समन्वयक/राजकीय महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य, इग्नू के पूर्व छात्र तथा क्षेत्रीय केन्द्र के अधिकारी/कर्मचारी व अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। दीक्षांत समारोह का संचालन डाॅ. कुसुम सरस्वाल, सहायक कुलसचिव ने तथा धन्यवाद प्रस्ताव डाॅ. मोहन शर्मा, उपनिदेशक ने किया।

सम्बंधित समाचार

Comments are closed