शिमला जिला में रोटा वायरस वैक्सीन टीकाकरण तालिका में सम्मिलित

जनारथा ने शिशुओं को रोटा वायरस वैक्सीन की खुराक पिलाकर किया कार्यक्रम का शुभारम्भ

शिमला : प्रदेश में रोटा वायरस वैक्सीन की शुरूआत के साथ ही जिला शिमला में भी नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत रोटा वायरस वैक्सीन को टीकाकरण तालिका में सम्मिलित कर लिया गया है। दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला में हि.प्र.पर्यटन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष हरीश जनारथा ने शिशुओं को रोटा वायरस वैक्सीन की खुराक पिलाकर आज जिला स्तर पर इस कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। जनारथा ने बताया कि रोटा वायरस वैक्सीन विश्व के 81 देशों में राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के अंतर्गत प्रयोग में लाया जाता है। भारत में यह निजी चिकित्सकों द्वारा प्रयोग में लाया जा रहा था, लेकिन अब सरकार द्वारा सभी सरकारी अस्पतालों व संस्थानों में निःशुल्क उपलब्ध करवाया जाएगा। इस वैक्सीन के प्रयोग से दस्त रोग जैसी जानलेवा बीमारी से बच्चों को निजात मिलेगी, जिससे शिशुओं की मृत्युदर में भी कमी आयेगी।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रंजना राव ने बताया कि संक्रामक रोटा वायरस बच्चों में दस्त उत्पन्न करने का मुख्य कारण है। भारत में दस्त के कारण अस्पतालों में भर्ती बच्चों में से 40 प्रतिशत बच्चे रोटा वायरस संक्रमण से ग्रसित होते हैं। उन्होंने बताया कि रोटा वायरस की खुराक शिशुओं को छठे, दसवें तथा चौदहवें सप्ताह में दी जानी चाहिए। रोटा वायरस वैक्सीन के लगाए जाने के बाद शिशु को दस्त रोग से बचाया जा सकता है। इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. एच.आर.ठाकुर, जिला टीकाकरण कार्यक्रम अधिकारी डा.मनीश सूद व अन्य विभागीय अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।

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