मुख्यमंत्री बोले- गेस्ट टीचर मामले में भ्रम फैलाना सही नहीं

गेस्ट टीचर की सेवाएं केवल अध्यापक के तबादला होने या अन्य अपरिहार्य परिस्थितियों में ही ली जाएंगी

‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम के प्रति लोगों में भारी उत्साह: मुख्यमंत्री

शिमला: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज शिमला में मीडिया से अनौपचारिक बातचीत करते हुए कहा कि ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम के प्रति प्रदेशभर में लोगों में खासा उत्साह है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में राज्य सरकार के परिवर्तनकारी निर्णयों और उनके सकारात्मक परिणामों से लोगों को अवगत करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि तथ्यों की सही जानकारी प्राप्त कर अब प्रदेशवासियों को निःसंदेह विश्वास हो गया है कि भाजपा ने सदैव ही हिमाचल के हितों की अनदेखी की है और अभी भी वह प्रदेश व यहां के लोगों के साथ नहीं खड़ी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जेओए-आईटी भर्ती को लेकर राज्य सरकार गंभीरता से कार्य कर रही है और सभी कानूनी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस विषय को लेकर फैलाई जा रही भ्रांतियां तथ्यहीन है और ऐसी बातों का कोई आधार नहीं है। प्रदेश सरकार राज्य के युवाओं के हितों की रक्षा के लिए संवेदनशील है और इस दिशा में सार्थक सोच से उचित निर्णय ले रही है।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि गेस्ट टीचर मामले में भी भ्रम फैलाना सही नहीं है। सरकार ने यह निर्णय विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के दृष्टिगत लिया है। गेस्ट टीचर की सेवाएं केवल अध्यापक के तबादला होने या अन्य अपरिहार्य परिस्थितियों में ही ली जाएंगी। गेस्ट टीचर चयन के लिए मेरिट को विशेष अधिमान दिया गया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष युवाओं को केवल गुमराह कर रही है और केवल सुर्खियों में बने रहने के लिए इस निर्णय की निंदा कर रही है।

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