शिमला विंटर कार्निवल: पर्यटकों के आवागमन से गुलज़ार हुई शिमला नगरी ; सैलानियों का तांता

शिमला: राजधानी शिमला में पहली बार आयोजित किए जा रहे शिमला विंटर कार्निवल का आगाज बेहद शानदार रहा। स्थानीय लोगों के साथ-साथ भारी तदाद में पर्यटक शिमला विंटर कार्निवल का हिस्सा बन रहे हैं और हिमाचल की संस्कृति से रूबरू हो रहे हैं। आज लगभग 450 आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा महा नाटी का आयोजन किया गया जिसका आगाज मुख्यमंत्री ने हवा में गुब्बारे छोड़कर किया। पांच जनवरी तक चलने वाले शिमला विंटर कार्निवल में हिमाचल प्रदेश की लोक संस्कृति के प्रदर्शन के साथ-साथ देसी पकवानों के स्टॉल भी लगाए गए हैं।

वहीं आज रिज मैदान पर बने मंच पर एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां कलाकारों ने दी। गेयटी थिएटर में थिएटर फेस्टिवल के तहत भगवान यीशु मसीह पर आधारित नाटक का मंचन किया गया। पुलिस नियंत्रण कक्ष के समीप गृह रक्षा बैंड के जवानों ने संगीतमय प्रस्तुति दी। रोटरी क्लब के समीप भी कलाकारों ने वाद्य यंत्रों की धुनों से लोगों का खूब मनोरंजन किया।

रानी झांसी पार्क में बच्चों के लिए बहुत से झूले लगाए गए हैं जिनका बच्चों ने खूब आनंद लिया। इसके अतिरिक्त, दौलत सिंह पार्क से लेकर गेयटी थिएटर तक तथा चर्च के समीप प्रदर्शनी भी लगाई गई है जिसमें लगभग 50 स्टॉल पर पारम्परिक वस्त्र, स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार किये उत्पाद, विभिन्न संगठनों का सामान उपलब्ध है जिसका पर्यटक व स्थानीय लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं।
वहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस अवसर पर कहा कि पिछले एक दो दिन में हिमाचल प्रदेश में 30 हजार पर्यटक वाहन आए हैं जो कि प्रदेश में पर्यटन उद्योग के एक बार फिर से खड़ा होने के अच्छे संकेत हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी जनप्रतिनिधि और अधिकारी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र का हिमाचल की आर्थिकी में बहुत बड़ा योगदान है तथा प्रदेश सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। पर्यटन क्षेत्र के लिए पूर्व के 50 करोड़ बजट के स्थान पर वर्तमान राज्य सरकार द्वारा 3 हजार करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों का स्वागत अतिथि देव भवः की परम्परा के अनुरूप किया जा रहा है।

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