PMFME योजना में बेहतर प्रदर्शन के लिए हिमाचल प्रदेश को मिला प्रथम पुरस्कार, राष्ट्रपित मुर्मु ने किया सम्मानित
PMFME योजना में बेहतर प्रदर्शन के लिए हिमाचल प्रदेश को मिला प्रथम पुरस्कार, राष्ट्रपित मुर्मु ने किया सम्मानित
मुख्यमंत्री ने इस उपलब्धि के लिए प्रदेशवासियों और विशेष तौर पर स्वयं सहायता समूहों को दी बधाई
शिमला: प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना (पीएमएफएमई) में बेहतर प्रदर्शन के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने हिमाचल को सम्मानित किया है। नई दिल्ली में प्रगति मैदान के भारत मंडपम में चल रहे वर्ल्ड फूड इंडिया कार्यक्रम में उद्योग विभाग के निदेशक राकेश प्रजापति ने राष्ट्रपति से यह पुरस्कार ग्रहण किया। इस योजना के तहत हिमाचल देशभर में प्रथम रहा है। केंद्र सरकार की पीएमएफएमई योजना के तहत उन लोगों को आर्थिक मदद दी जाती है, जो फूड इंडस्ट्री में काम शुरू करना चाहते हैं। हिमाचल ने देशभर में इस योजना के तहत बेहतर प्रदर्शन करते हुए अधिक लोगों तक लाभ पहुंचाया है। उद्योग विभाग ने इस संबंध में सराहनीय कार्य किया है। 2020 में इस योजना शुरू होने के बाद कोविड महामारी फैल गई थी, इसके बावजूद हिमाचल ने बेहतर कार्य किया। योजना के तहत केंद्र से 90 प्रतिशत अनुदान मिलता है जबकि 10 प्रतिशत राशि प्रदेश को देनी होती है। इस योजना के तहत आवेदक को 10 लाख रुपये तक ऋण मिलता है, जिस पर केंद्र सरकार 35 प्रतिशत तक सब्सिडी भी देती है। योजना के तहत 2020-21 से लेकर 2023-24 तक प्रदेश में सीड फंडिंग के तहत ग्रामीण व शहरी आजीविका मिशन के तहत कुल 14907 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। इन आवेदकों को 56 करोड़ सात लाख रुपये से अधिक राशि आवंटित की जानी है। इसमें से 2020-21 के लिए 70 लाख रुपये जारी कर दिए हैं। 2022-23 के लिए भी मंजूर की राशि में से तीन करोड़ 19 लाख रुपये जारी किए जा चके हैं। अभी पांच करोड़ 76 लाख से अधिक की राशि जारी होनी है।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रधानमंत्री फॉर्मलाइजेशन ऑफ़ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइज स्कीम में हिमाचल प्रदेश को बेस्ट परफॉर्मेंस का अवार्ड मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने इस उपलब्धि के लिए प्रदेशवासियों और विशेष तौर पर स्वयं सहायता समूहों को बधाई दी है।उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों की इस कामयाबी के पीछे महिलाओं का बड़ा योगदान है जिसके लिए वे बधाई की पात्र हैं।