एसजेवीएन ने की मध्‍य प्रदेश में 90 मेगावाट की फ्लोटिंग सोलर परियोजना हासिल

एसजेवीएन ने मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर पार्क में 3.79 रुपए/यूनिट की दर से की 90 मेगावाट की फ्लोटिंग सोलर परियोजना हासिल 

परियोजना की संभावित विकास लागत 610 करोड़ रुपए है और इसे इंजीनियरिंग प्रापण और निर्माण अनुबंध के माध्यम से किया जाएगा विकसित

परियोजना से पहले वर्ष में 203 मिलियन यूनिट विद्युत उत्‍पादन होने की संभावना

शिमला: एसजेवीएन अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्‍द लाल शर्मा,  ने अवगत करवाया कि एसजेवीएन ने मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर पार्क में 3.79 रुपए/यूनिट की दर से 90 मेगावाट की फ्लोटिंग सोलर परियोजना हासिल की है।

नन्‍द लाल शर्मा ने कहा कि एसजेवीएन की पूर्ण स्वामित्व वाली अधीनस्‍थ कंपनी एसजीईएल ने आरईडब्ल्यूए अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड (आरयूएमएसएल) द्वारा बिल्ड ओन एंड ऑपरेट आधार पर आयोजित ई-रिवर्स नीलामी की टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के तहत फ्लोटिंग सोलर परियोजना हासिल की है।  यह ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर पार्क में एसजेवीएन की दूसरी परियोजना है चूंकि कंपनी पहले ही इस सोलर पार्क में 90 मेगावाट की फ्लोटिंग परियोजना विकसित कर रही है जिसे वर्तमान वित्तीय वर्ष में कमीशन किया जाएगा।

नन्‍द लाल शर्मा ने आगे बताया कि परियोजना की संभावित विकास लागत 610 करोड़ रुपए है और इसे इंजीनियरिंग प्रापण और निर्माण अनुबंध के माध्यम से विकसित किया जाएगा।  इस परियोजना से पहले वर्ष में 203 मिलियन यूनिट विद्युत उत्‍पादन होने की संभावना है और 25 वर्षों की अवधि में संचयी विद्युत उत्पादन लगभग 4781 मिलियन यूनिट होगा।

यह परियोजना विद्युत खरीद करार (पीपीए) पर हस्ताक्षर करने की तिथि से 21 माह की अवधि में कमीशन की जाएगी। आरयूएमएसएल और एमपीपीएमसीएल द्वारा आशय पत्र जारी होने के पश्‍चात पीपीए निष्पादित किया जाएगा।

इस परियोजना के कमीशनिंग से 234304 टन कार्बन उत्सर्जन कम होने की संभावना है और यह भारत सरकार के कार्बन उत्सर्जन कटौती के मिशन में योगदान देगा।

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