हिमाचल: केंद्रीय टीम बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर; केंद्र को सौपेंगी रिपोर्ट

एक टीम मण्डी, कुल्लू के दौरे पर है, वहीं दूसरी सोलन, शिमला और किन्नौर जिलों का दौरा कर नुकसान का जायजा ले रही है

केंद्रीय टीम ने मण्डी जिले में बारिश-बाढ़ से हुए नुकसान का किया आकलन

मण्डी:  राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के वित्तीय सलाहकार रविनेश कुमार के नेतृत्व वाली चार सदस्यीय अंतर मंत्रालयी केंद्रीय टीम ने बुधवार को मंडी जिले में बारिश प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर नुकसान का जायजा लिया। इस टीम में जल केंद्रीय जल आयोग के निदेशक पीयूष रंजन, केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण के निदेशक आर.के.मीणा और वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग के उप निदेशक महेश कुमार उनके साथ रहे।

इस दौरान विशेष सचिव एवं निदेशक राजस्व तथा आपदा प्रबंधन डी.सी राणा और जिलाधीश मंडी अरिंदम चौधरी समेत जिले के अन्य आला अधिकारी भी उपस्थित रहे।

केंद्रीय टीम ने मंडी के थुनाग, पंडोह, औट और बालीचौकी क्षेत्र का दौरा किया, जहां 9-10 जुलाई को भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। टीम ने क्षतिग्रस्त मकानों-दुकानों का निरीक्षण करने के साथ साथ प्रभावित परिवारों से बातचीत भी की। इसके अलावा उन्होंने सड़क, पुल, पेयजल और विद्युत समेत अन्य परियोजनाओं को पहुंचे नुकसान का आकलन किया।

इस दौरान अंतर मंत्रालयी केंद्रीय दल के टीम लीडर एवं राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के वित्तीय सलाहकार रविनेश कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देशों पर उनकी 8 सदस्यीय टीम हिमाचल में बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन कर रही है। इस टीम को 4-4 सदस्यों के साथ दो भागों में बांटा है। जिसमें एक टीम मंडी, कुल्लू के दौरे पर है, वहीं दूसरी सोलन, शिमला और किन्नौर जिलों का दौरा कर नुकसान का जायजा ले रही है। यह टीम हिमाचल में क्षति का जायजा लेने के बाद केंद्र सरकार को यहां की वस्तुस्थिति से अवगत कराएगी। जिसके बाद सरकार मुआवजे पर फैसला लेगी।

वहीं, जिलाधीश अरिंदम चौधरी ने बताया कि केंद्रीय टीम ने भीषण बारिश और फ्लैश फल्ड से जिले में हुई भारी क्षति को देख कर नुकसान का आकलन किया। इस दौरान लोक निर्माण विभाग और जल शक्ति विभाग समेत अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे, जिन्होंने टीम को विभागीय नुकसान के बारे में जानकारी दी।

सोलन: केन्द्रीय अंतर मंत्रालय दल ने सोलन ज़िला में भारी वर्षा से हुए नुकसान का किया आकलन
अभी तक लगभग 365 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान

केन्द्रीय अंतर मंत्रालय दल द्वारा आज सोलन ज़िला में भारी वर्षा के कारण प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर नुकसान का आकलन किया गया।

दल ने आज सोलन ज़िला के परवाणु, कामली, कोटी, जाबली, धर्मपुर, सिहारड़ी, सुल्तानपुर, रून्दनघोडों, क्यार और शामती में भारी वर्षा के कारण हुए नुकसान का जायज़ा लिया। दल ने राष्ट्रीय उच्च मार्ग 05 पर हुई क्षति की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। दल ने तदोपरांत सोलन में इस सम्बन्ध में आयोजित एक बैठक में विस्तृत प्रस्तुतिकरण के माध्यम से नुकसान की वास्तविक स्थिति जानी और पूर्ण ब्यौरा प्राप्त किया।

बैठक में प्रस्तुतिकरण के माध्यम से जानकारी दी गई कि सोलन ज़िला में इस मानसून सीज़न में हुई भारी वर्षा से जहां एक ओर राष्ट्रीय राजमार्गों व सिंचाई एवं पेयजल योजनाओं तथा विद्युत बोर्ड को भारी नुकसान पहुंचा है वहीं भूस्खलन इत्यादि के कारण बड़ी संख्या में आवास क्षतिग्रस्त हुए हैं।

बैठक में अवगत करवाया गया कि सोलन ज़िला में भारी वर्षा के कारण गत सांय तक लगभग 365 करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया है। अभी तक ज़िला में प्रभावित परिवारों को 1.18 करोड़ रुपये की राहत राशि प्रदान की गई है।

सोलन ज़िला में भारी वर्षा से राष्ट्रीय राजमार्ग 05 तथा राष्ट्रीय राजमार्ग 105 को काफी नुकसान पहंुचा है। ज़िला में अभी तक कुल 810 आवास, 12 श्रमिक शेड, 153 पशु शालाएं, 03 घराट एवं 429 सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हुई हैं। विद्युत बोर्ड के 1483 ट्रांसफार्मर को नुकसान पहुंचा है। लोक निर्माण विभाग के 184 मार्ग क्षतिग्रस्त हुए है। जल शक्ति विभाग की 294 योजनाओं को नुकसान पहुंचा है।

बैठक में जानकारी दी गई कि विद्युत बोर्ड 1473 ट्रांसफार्मर ठीक कर दिए गए है। लोक निर्माण विभाग की 184 क्षतिग्रस्त सड़कों में से 162 सड़कों की मुरम्मत कर दी गई है। जल शक्ति विभाग की 285 योजनाओं को पुनः आरम्भ कर दिया गया है।
ज़िला में कुल 3081 हैक्टेयर कृषि योग्य भूमि भारी वर्षा के कारण प्रभावित हुई है। इस कारण लगभग 897 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
बैठक में जानकारी दी गई कि सोलन के शामती क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण 200 बीघा से अधिक भूमि को नुकसान पहंुचा है। यहां इस कारण 132 आवास पूर्ण अथवा आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस आपदा से शामती क्षेत्र के 108 परिवार प्रभावित हुए हैं। इनमें से ऐसे 50 व्यक्ति जिनके पास आवास सुविधा नहीं है, की जटोली मंदिर स्थित राहत शिविर में रहने की व्यवस्था की गई है। शामती पटवार वृत्त के क्यार गांव में भी 05 आवास क्षतिग्रस्त हुए हैं।
ज़िला में सोलन उपमण्डल में शिव मंदिर जटोली स्थित राहत शिविर में 40, सपरुन गुरूद्वारा में 04 तथा राजकीय माध्यमिक पाठशाला गमझून में 56, कसौली उपमण्डल में संतोषी माता मंदिर में 24 तथा अर्की उमण्डल के राजकीय माध्यमिक विद्यालय जुबला, बणिया देवी में 80 प्रभावित लोगों के रहने की व्यवस्था की गई है।
केन्द्रीय दल को अवगत करवाया गया कि सोलन ज़िला में भारी वर्षा में हुए भूस्खलन के कारण तीन व्यक्तियों की दुःखद मृत्यु हुई है।
केन्द्रीय अंतर मंत्रालय दल ने सभी विभागों से वर्षा के कारण हुए नुकसान की पूर्ण जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि दल समयबद्ध अपनी रिपोर्ट केन्द्र सरकार को प्रस्तुत करेगा।
केन्द्रीय अंतर मंत्रालय दल में सड़क परिवहन एवं उच्च मार्ग मंत्रालय के अधीक्षक अभियंता वरुण अग्रवाल, केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के उपायुक्त (फसल) सुधीर सिंह भदौरिया, केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के निदेशक शैलेश कुमार तथा राष्ट्रीय रिमोट सेंसिंग केन्द्र के वैज्ञानिक अभिनव शुक्ला सम्मिलित थे।
इस अवसर पर परवाणु में नगर परिषद की अध्यक्ष निशा शर्मा ने पार्षदों सहित टीम से मुलाकात की और उन्हें नुकसान का विस्तृत ब्यौरा दिया। उन्होंने शीघ्र उदार सहायता की मांग की।
उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त अजय यादव, विभिन्न उपमण्डलाधिकारी तथा विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी टीम के साथ उपस्थित रहे।
उपायुक्त सोलन ने केन्द्रीय दल को सोलन ज़िला में हुए नुकसान का सूक्ष्म ब्यौरा प्रस्तुत किया। अतिरिक्त उपायुक्त अजय यादव ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से जानकारी प्रदान की।

किन्नौर: भारी वर्षा से हुए नुकसान का 21 जुलाई को आकलन करेगा केन्द्रीय दल

केन्द्रीय अंतर मंत्रालय दल द्वारा 21 जुलाई को किन्नौर जिला में भारी वर्षा के कारण प्रभावित क्षेत्र सांगला का दौरा प्रस्तावित है, जिस दौरान दल द्वारा सांगला में हुए नुकसान का आकलन किया जाएगा। यह जानकारी आज यहां उपायुक्त किन्नौर तोरूल रवीश ने दी।
उपायुक्त तोरूल रवीश ने कहा कि केन्द्रीय अंतर मंत्रालय दल 21 जुलाई, 2023 को प्रातः 8ः15 बजे जिला के सांगला स्थित कूपा में वर्षा प्रभावित क्षेत्रों में हुए नुकसान का आकलन करने के लिए पहुंचेगा।
तोरूल रवीश ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा केन्द्रीय दल के समक्ष जिला में भारी वर्षा से हुए नुकसान के सम्बन्ध में विस्तृत प्रस्तुति दी जाएगी।
दल द्वारा सांगला के के.एस.सी सड़क का ब्लोकेड प्वांइट, रूतुरंग, ब्रुआ नाला तथा के.एस.सी सड़क में अन्य भू-स्खलन प्वांइटों का निरीक्षण किया जाएगा। इसके उपरान्त दल द्वारा सांगला बाजार में हुए नुकसान, जल शक्ति विभाग की विभिन्न पेजयल तथा मल निकासी योजनाओं को हुए नुकसान का निरीक्षण किया जाएगा। इसके उपरांत दल द्वारा सांगला के रूगती खड्ड में आई बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा तथा आजाद कश्मीर में पुल को हुए नुकसान का निरीक्षण भी किया जाएगा।
उन्होंने इस संबंध में जिला स्तरीय सभी अधिकारियों को केंद्रीय अंतर मंत्रालय दल के दौरे में उपस्थित रहने के भी निर्देश दिए।

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