प्रदेश व राष्ट्रीय मुद्दा (Page 3)

हादसों से लील होती जिंदगियां झकझोर तो देती हैं पर उसके बाद क्या..?

उज्ज्वल भविष्य बनाने को अपनी माँ के गले लगकर घर से स्कूल पढ़ने के लिए निकली मासूम दो बच्चियां बीते कल हमेशा-हमेशा के लिए माँ की गोद सूनी कर मौत की लंबी नींद में सो गईं । शिमला के खलीनी बस हादसे ने...

“देश” में इस वक्त “एकता” व “सतर्कता” दोनों जरूरी….

हर देशवासी का फर्ज: संयम बरते और एकजुटता के साथ भारत सरकार व भारत सेना का मनोबल बढ़ाए…. सोशल मीडिया से जुड़े लोग भ्रमित और अफ़वाहों वाले मैसेज न पोस्ट करें देश में “एकता” व “सतर्कता” की...

मुख्य सचिव ने दिए सूखे जैसी स्थिति से निपटने को कृषि व बागवानी विभागों को कार्य योजना तैयार करने के निर्देश

फलों व फसलों को उगाने से लेकर मंडियों तक पहुंचाना नहीं आसान, फिर दाम उचित न मिलने की वेदना से आहत होता बागवान व किसान

“किसान व बागवान हमारे हिमाचल का मान, फसलों से लहराते खेत, बागों में उगते सेब हम सबकी है शान ’’ अधिकतर किसानों की फसल का नफा-नुकसान मौसम पर निर्भर…. प्रदेश सरकार किसानों व बागवानों को विभिन्न...

प्रदेश का शिक्षा स्तर : बातें, आलोचनाएं, चर्चाएं व दावे तो बहुत, पर वास्तविकता...क्या !

शिक्षा : बातें, आलोचनाएं, चर्चाएं व दावे तो बहुत, पर वास्तविकता…क्या !

विशेष लेख : जिसकी चलती है वो चला रहा है, जिसकी नहीं चलती वो धक्के खा रहा है… शिक्षा स्तर पर भी बड़ी-बड़ी बातें होती हैं लेकिन धरातल पर कुछ भी नहीं किस-किस सिस्टम पर बात की जाए, सभी सवालों के कटघरे...

कहीं फसलों के सही न मिलते दाम, तो कहीं जंगली जानवरों का कहर...कहीं आसमान से गिरती आपदा, तो कहीं सूखे की मार...क्या करे किसान

कहीं फसलों के सही न मिलते दाम, तो कहीं जंगली जानवरों का कहर…कहीं आसमान से गिरती आपदा, तो कहीं सूखे की मार…क्या करे “किसान”

किसानों की आत्महत्या की वजह प्राकृतिक भी है और कृत्रिम भी कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 2012-13 में कृषि विकास दर 1.2 प्रतिशत यह तो हम जानते ही हैं और बचपन से पढ़ते और सुनते भी आये हैं कि भारत...

कुछ दिन बवाल फिर चुप्पी...

कुछ दिन बवाल फिर चुप्पी…

पीड़ाजनक दौर से गुजर रही हैं देश की बेटियां…कुछ दिन बवाल और फिर चुप्पी पीड़ाजनक दौर से गुजर रही हैं देश की बेटियां…कुछ दिन बवाल और फिर चुप्पी कब देश की बेटियां अपने आपको महसूस करेंगी…....

अपनी गरिमा का अस्तित्व गंवाती देवभूमि हिमाचल

कोई बचा ले आकर उसे, उसके आंसू पुकारते रहे होंगे—– चार आरोपी गिरफ्तार, इनमें से तीन आरोपी हलैला गांव के  “मासूम खुद को बचाने की खातिर छटपटाती रही होगी, दरिंदों की हैवानियत उसे अपना शिकार...