वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए एसजेवीएन का लक्ष्य 8,000 करोड़ रुपए का कैपेक्स लक्ष्य हासिल करना : सीएमडी नंदलाल शर्मा

 सीएमडी नंदलाल शर्मा बोले- एसजेवीएन देश-विदेश में आने वाले 9 सालों के भीतर करेगा  75 हजार करोड़ का निवेश

कहा; लोगों के विरोध तक एसजेवीएन देश और विदेश में कहीं भी परियोजना निर्माण शुरू नहीं करेगा

शिमला: सतलुज जल विद्युत निगम के एसजेवीएन के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक नंदलाल शर्मा ने शिमला में आज प्रेसवार्ता के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि एसजेवीएन देश-विदेश में आने वाले 9 सालों के भीतर 75 हजार करोड़ का निवेश करेगा। इसमें से 23 हजार करोड़ का निवेश हिमाचल में किया जाएगा। इस निवेश से जहां हिमाचल को आर्थिक रूप से लाभ मिलेगा वहीं सैकड़ों लोगों को रोजगार भी मिलेगा।

उन्होंने कहा कि 66 मेगावाट धौलासिद्ध परियोजना में दिसंबर 2025 से बिजली उत्पादन शुरू करने का लक्ष्य है। 687 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाली परियोजना के लिए ब्यास नदी का रुख मोड़ने को 250 मीटर दूरी पर टनल का निर्माण किया जाएगा। नंदलाल शर्मा ने बताया कि 382 मेगावाट की क्षमता वाला सुन्नी डैम भी निर्माण के स्तर पर आने वाला है। आगामी पांच वर्षों में इसका कार्य पूरा किया जाएगा। इस पर करीब 2,600 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। अधिकांश औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं, केंद्रीय कैबिनेट से अंतिम मंजूरी का इंतजार है।

सीएमडी नंदलाल शर्मा बोले- एसजेवीएन देश-विदेश में आने वाले 9 सालों के भीतर करेगा  75 हजार करोड़ का निवेश

नन्द लाल ने बताया कि यह कंपनी का 35वां वर्ष हैं। कंपनी इसे कोरल जुबली के रूप में मना रही है। इस उपलक्ष्य में कम्पनी अनेक कार्यक्रम करेगी। उन्होंने बताया कि निगम ने अपने पुराने लक्ष्यों को संशोधित कर दिया है। अब वर्ष 2023-24 तक 5 हजार, 2030 तक बिजली उत्पादन का लक्ष्य 12 हजार मेगावाट से बढ़ाकर 25 हजार मेगावाट कर दिया गया है। वर्ष 2040 तक लक्ष्य को 25 हजार मेगावाट से बढ़ाकर 50 हजार मेगावाट किया गया है। जिसे 3 चरण में पूरा किया जाएगा। वर्तमान में एसजेवीएन का कुल परियोजना पोर्टफोलियो 41,028 मेगावाट है। एसजेवीएन का लक्ष्य वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 8,000 करोड़ रुपए के कैपेक्स लक्ष्य को हासिल करना है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है जो 2024-2025 तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि 35 हजार करोड़ के प्रोजेक्टस का कार्य प्रगति पर है। 2021-22 एसजेवीएन का कुल कारपोरेट सामाजिक उतरदायित्व व्यय 51.66 करोड़ है।

उन्होंने बताया कि आगामी आठ वर्षों में देश-विदेश में एसजेवीएन 1.50 लाख करोड़ का निवेश करेगा। 30 हजार से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने बताया कि 210 मेगावाट की लुहरी स्टेज वन परियोजना का काम जारी है। इस पर 1,800 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। किन्नौर में 400 मेगावाट के सोलर पार्क के लिए भूमि की तलाश की जा रही है। दो वर्ष में इसका काम पूरा किया जाएगा। चिनाब बेसिन से बिजली की ट्रांसमिशन के लिए भारत सरकार को पत्र लिखा गया है।

नंदलाल शर्मा ने बताया कि लोगों के विरोध तक एसजेवीएन देश और विदेश में कहीं भी परियोजना निर्माण शुरू नहीं करेगा। किसी भी नियम को तोड़कर हम निर्माण करने के पक्ष में नहीं है। बड़ी परियोजनाओं के विरोध होते हैं। इन्हें हल करने में समय लगता है। उन्होंने बताया कि जहां लोग अपनी इच्छा से प्रोजेक्ट लगाने के लिए जमीन उपलब्ध कराएंगे तो ही परियोजनाएं शुरू की जाएंगी।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक महत्वाकांक्षी अक्षय ऊर्जा लक्ष्य अर्थात 2022 तक 175 गीगावाट और 2030 तक 500 गीगावाट निर्धारित किया है। अक्षय ऊर्जा के पोर्टफोलियो को कई गुना बढ़ाया जाएगा। एसजेवीएन पूरे भारत में सोलर, विंड, हाइब्रिड, फ्लोटिंग सोलर, ओशन हाइब्रिड प्लेटफॉर्म स्थापित करने के अवसरों की लगातार तलाश कर रहा है। ये अवसर आम तौर पर प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रियाओं के रूप में होते हैं।

एसजेवीएन प्रति वर्ष 1-1.5 गीगावॉट की दर से परियोजनाओं को जोड़ने के लिए सौर, पवन और हाइब्रिड (सौर + पवन) के लिए विभिन्न अन्य आगामी प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रियाओं में भागीदारी की आशा कर रहा है। इसके अलावा एसजेवीएन को सरकारी एजेंसियों से परियोजनाओं के सीधे आवंटन की भी उम्मीद है।

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