शिमला : प्रवर्तन निदेशालय की ओर से मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ दायर एफआइआर को कांग्रेस नेताओं ने केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का हथकंडा बताया है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यह एफआइआर पूरी तरह राजनीति से प्रेरित व प्रतिशोध की भावना से दायर की गई है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर, महासचिव रामलाल ठाकुर, कुलदीप सिंह पठानिया, प्रवक्ता डॉ. सुभाष मंगलेट व केवल सिंह पठानिया ने यहां जारी संयुक्त बयान में आरोप लगाया कि इस तरह की कार्रवाई के पीछे विपक्ष के नेता प्रेम कुमार धूमल का हाथ है। धूमल के दबाव में अरुण जेटली ने यह मामला दर्ज करवाया है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री के खिलाफ भाजपा जितने भी षड्यंत्र रचकर झूठे मामले बना ले, वह वीरभद्र सिंह का बाल भी बाका नहीं कर सकती है। भाजपा के हर षड्यंत्र का काग्रेस मुंह तोड़ जवाब देगी। समूची काग्रेस मुख्यमंत्री व उनके परिवार के साथ मजबूती के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री के खिलाफ भाजपा का कोई षड्यंत्र सफल नहीं होगा।
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में यह कार्यकाल सरकार पूरा करेगी। उन्होंने दावा किया कि वर्ष 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जीतेगी। उन्होंने कहा कि अरुण जेटली के अधीन प्रवर्तन निदेशालय है। मुख्यमंत्री के खिलाफ दर्ज एफआइआर राजनीति से प्रेरित है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि धूमल के खिलाफ कई तरह की जांच चल रही है। ऐसे में जांच से तिलमिलाए धूमल मुख्यमंत्री के खिलाफ एक और हथकंडा अपनाने की कोशिश कर रहे हैं। प्रदेश सरकार को अस्थिर करने का कोई प्रयास सफल नहीं होगा। बिहार चुनाव में हार से बौखलाई भाजपा की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। भाजपा के वरिष्ठ नेता भी केंद्रीय मंत्रियों की हिटलरशाही को बयान कर चुके हैं। भाजपा का कोई भी नेता कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने का दुस्साहस करेगा तो उसका कांग्रेस मुंहतोड़ जवाब देगी।