टीबी वर्कप्लेस पॉलिसी के तहत टीबी मरीजों को खोजने में सहयोग करें कॉर्पोरेट सेक्टर – प्रधान सचिव स्वास्थ्य

कार्यशाला में प्रदेश भर से लगभग 72 प्रमुख कार्पोरेट सेक्टर व फार्मा कंपनी के प्रतिभागी हुए शामिल

शिमला : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन व राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम हिमाचल प्रदेश द्वारा प्रधान सचिव स्वास्थ्य सुभाशीष पांडा की अध्यक्षता में प्रदेश के प्रमुख कार्पोरेट सेक्टर को टीबी उन्मूलन अभियान में शामिल व सहयोग करने के लिए कॉर्पोरेट टीबी वर्कप्लेस कार्यशाला आयोजित की। इस कार्यशाला में प्रदेश भर से लगभग 72 प्रमुख कार्पोरेट सेक्टर व फार्मा कंपनी के प्रतिभागी शामिल हुए ।

कार्यशाला कि अध्यक्षता करते हुए प्रधान सचिव स्वास्थ्य सुभाशीष पांडा ने  कार्पोरेट सेक्टर से प्रदेश के टीबी उन्मूलन अभियान में सहयोग व टीबी वर्क प्लेस पालिसी बनाने का आवाहन किया व विभिन्न इंडस्ट्रीयल क्षेत्रों में कार्यरत कर्मीयों कि समय समय पर स्क्रीनिंग करने तथा किसी भी कर्मी को टीबी होने पर उसको ईलाज के दौरान वित्तीय सहायता सुनिश्चित करने का अहवान किया। इस अवसर पर मिशन निर्देशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हेमराज बैरवा ने कार्पोरेट सेक्टर से प्रदेश से टीबी उन्मूलन अभियान में भागीदारी करने के लिए विस्तृत जानकारी दी व प्रदेश में टीबी उन्मूलन कार्यक्रम को सहयोग करने के लिए आग्रह किया। मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने बताया कि कार्पोरेट सेक्टर टीबी स्क्रीनिंग, टीबी निदान उपकरण देने, टीबी मरीजों को आर्थिक सहायता देने व टीबी के प्रति जागरूकता अभियान चलाने में सहयोग कर सकतें हैं जिससे कि प्रदेश सरकार टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को हासिल करने में सक्षम हो सकती हैं। यह कार्यशाला यूनियन आईडिफीट व USAID  टीबी प्रोजेक्ट के सहयोग से आयोजित किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से सुभाशीष पांडा प्रधान सचिव स्वास्थ्य हिमाचल प्रदेश हेमराज बैरवा मिशन निर्देशक रास्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, डॉ. अनीता महाजन डायरेक्टर हेल्थ, डॉ. गोपाल बेरी राज्य क्षय अधिकारी एवं यूनियन व USAID के पदातिकारी उपस्थित रहेउल्लेखनीय हैं कि हिमाचल प्रदेश टीबी उन्मूलन अभियान में देश भर में अग्रणी स्थान पर हैं व भारत सरकार द्वारा निर्धारित टीबी उन्मूलन 2025 के लक्ष्य से पहले प्रदेश से टीबी उन्मूलन करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है।

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