पानी पर अधिक सरचार्ज वसूल कर लोगों का शोषण कर रहा है नगर निगम : भाजपा

शिमला: नगर निगम में भाजपा पार्षद, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य संजय सूद, जिला अध्यक्ष मदन शर्मा, मण्डल अध्यक्ष विशेषवर नाथ, जिला मीडिया प्रभारी राजू ठाकुर, करण नंदा, श्रवण शर्मा, जसविन्द्र सिंह ने नगर निगम पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह पानी के मीटर पर अधिक सरचार्ज वसूल कर शिमला के लोगों का शोषण कर रहा है। उन्होनें कहा कि नगर निगम ने शिमला के आधे उपभोक्ताओं को अप्रैल और मई के बिल पहले ही जारी कर दिए थे और उन उपभोक्ताओं ने वह बिल जमा भी करवा दिए थे और उन्हें दोबारा फिर से अप्रैल, मई के बिल अवैध वसूली के साथ दोबार जारी किए गए। नगर निगम प्रशासन शिमला की जनता से पानी के बिलों के नाम पर अवैध वसूली करने पर तुला हुआ है लेकिन भाजपा के कार्यकर्ता नगर निगम की यह मनमानी कदापि सहन नहीं करेंगे।

भाजपा नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब से नगर निगम में मेयर और डिप्टी मेयर ने कमान संभाली है तभी से वे शिमला की जनता को प्राथमिक सुविधाएं देने में असफल सिद्ध हुए हैं। उन्होनें कहा कि मीटर रिडिंग के आधार पर पानी के बिल जारी न करके नगर निगम न्यायालय के निर्देशों की अवहेलना कर रहा है और इसका खामियाजा शिमला की जनता को भुगतना पड़ रहा है। उन्होनें कहा कि जब कोई उपभोक्ता एक दिन भी बिल जमा करवाने में देरी करता है तो नगर निगम उस पर अतिरिक्त सैस वसूल लेता है लेकिन जब नगर निगम ही उपभोक्ताओं पर गलत ढंग से अवैध वसूली कर रहा है तो उसका खामियाजा भी जनता ही भुगत रही है।

उन्होनें आरोप लगाते हुए कहा कि एक तो नगर निगम ने 50 प्रतिशत भारी भरकम सैस का बोझ शिमला की जनता पर डाल दिया है और ऊपर से अवैध वसूली भी कर रहा है। बिल जारी करना नगर निगम का काम है, जब बिल जारी ही नहीं किए गए थे तो उसका अतिरिक्त सरचार्ज शिमला की जनता क्यों वहन करें।

भाजपा नेताओं ने नगर निगम को सलाह देते हुए कहा कि वह जनता से खिलवाड़ करना बंद करें और शिमला नगर निगम में ठप्प पड़े विकास कार्यों को जल्द से जल्द शुरू करें न कि जनता से अवैध वसूली करें।

भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने नगर निगम के मेयर, डिप्टी मेयर सहित नगर निगम आयुक्त से मांग की है कि नगर निगम अवैध वसूली के रूप में जो 75 रू0 प्रति बिल वसूल कर रहा है वह शिमला की जनता को ब्याज सहित जल्द लौटाया जाए अन्यथा भारतीय जनता पार्टी को आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ेगा।

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