हिंदू धर्म में भाई दूज के पर्व का विशेष महत्व है। राखी के त्योहार की ही तरह भाई दूज पर भी बहनें भाइयों को तिलक करती हैं और उनकी लंबी आयु की कामना करती हैं। पांच दिनों तक चलने वाले दिवाली पर्व का समापन भाई दूज के दिन होता है। इस दिन बहनें भाइयों की लंबी आयु की कामना करती हैं। वहीं, भाई भी अपना प्रेम दिखाते हुए बहनों को उपहार देते हैं। इस दिन भाइ बहनों के घर जाते हैं। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है। इसे यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है।
भाई दूज 2024 मुहूर्त
आचार्य महिंद्र कृष्ण शर्मा के अनुसार हर साल भाई दूज का पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इस साल कार्तिक मास की द्वितीया तिथि की शुरुआत 2 नवंबर, 2024 को रात 8 बजकर 21 मिनट पर होगी। जिसका समापन 3 नवंबर, को होगा। ऐसे में पंचांग के अनुसार इस साल भाई दूज का त्योहार रविवार, 3 नवंबर के दिन मनाया जाएगा। जैसा की इस साल भाई दूज रविवार, 3 नवंबर को मनाया जाएगा। ऐसे में भाई को तिलक करने का शुभ समय दोपहर 1 बजकर 10 मिनट से लेकर दोपहर 3 बजकर 22 मिनट तक रहेगा। इस मुहूर्त में बहनें भाई की कलाई पर कलेवा के रूप में रक्षा सूत्र बांध सकती हैं और उन्हें तिलक कर सकती हैं।
पूजा विधि-
सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें।
घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित कर भगवान का ध्यान करें।
भगवान विष्णू और गणेश जी की पूजा करें।
बहनें भाई दूज के दिन सुबह ही तिलक की थाली तैयार करें। थाली में फल, फल, कुमकुम, मिठाई, चावल और चंदन जरूर रखें।शुभ मुहूर्त में ही बहनें अपनी अनामिका यानी छोटी उंगली से भाई के माथे पर कुमकुम या चंदन से तिलक करें। इसके बाद तिलक के ऊपर चावल लगाएं। भाई के हाथ में कलावा बांधें।तिलक करने के बाद भाई को मिठाई खिलाएं। फिर बहनें भाई की आरती उतारें। इसके बाद भाई अपनी बहनों को उपहार दें और उनका आशीर्वाद लें।